सुपरटेक ट्विन टावर को ध्वस्त करने के लिए रिमोट का इस्तेमाल किया गया था
कंट्रोल रूम से अधिकारियों की देखरेख में विस्फोट के लिए रिमोट के बटन को दबाया गया
ट्विन टावर के आसपास का पूरा इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया था.
ट्विन टावर ध्वस्त होते ही पूरी इमारत तिनको की तरह ढह गई
विस्फोट बिल्डिंग में इस तरह लगाया गया था कि चंद सेकंड में ताश के पत्तों की तरह इमारत गिर गई.
हालांकि, टावर गिरते ही आसपास के इलाके में धूल का गुबार फैल गया.
हालांकि, एहतियातन कई रास्तों को ट्रैफिक विभाग ने पहले ही बंद कर दिया था.
वहीं, कई रास्तों को डायवर्ट किया गया था. टावर ध्वस्त होने के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा हाईवे को आम लोगों के लिए खोल दिया गया था
प्रदषूण का स्थिति से निपटने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है.
ट्विन टावर के ध्वस्तीकरण को लेकर लोगों में काफी दिलचस्पी थी.
लोग आसपास के फ्लाईओवर और एक्सप्रेस वे यहां तक कि घरों की छत पर ट्विन टावर को ध्वस्त होता देखने के लिए पहुंच गए थे.