केसर की खेती कैसे करें : केसर की खेती से किसान हो रहे मालामाल केसर की खेती (Saffron Farming) का नाम सुनते ही सबसे पहले हमारे जहन में जम्मू-कश्मीर का नाम आने लगता है।
केसर ठंडी जलवायु की फसल है फिर कैसे हुआ ये संभव केसर ठंडी जलवायु में उगने वाली फसल है। इसीलिए जम्मू-कश्मीर में इसकी खेती बहुत अधिक होती है।
अब केसर की खेती से बढ़ेगी बुंदेलखंड के किसानों की आय बुंदेलखंड जिले में केसर की खेती (kesar ki kheti) कर रहे किसानों के लिए केसर की खेती आय का एक नया स्त्रोत होगी।
कैसा होता है केसर का पौधा / केसर की किस्में केसर का पौधा (kesar ka podha) सुगंध देनेवाला बहुवर्षीय होता है और क्षुप 15 से 25 सेमी (आधा गज) ऊंचा, परंतु कांडहीन होता है।
केसर का उपयोग और लाभ केसर का उपयोग खीर, गुलाब जामुन, दूध के साथ किया जाता है।
कैसे होती है केसर की खेती (How to Cultivate Saffron) केसर को उगाने के लिए समुद्रतल से लगभग 2000 मीटर ऊंचा पहाड़ी क्षेत्र एवं शीतोष्ण सूखी जलवायु की आवश्यकता होती है।
केसर की जैविक खेती / केसर की पैदावार धार के किसान बाबूलाल के अनुसार अन्य फसलों की तुलना में केसर की खेती करना आसान और सरल है।
Kesar Ki Kheti Kaise Hoti Hai : केसर की खेती के लिए जलवायु व मिट्टी केसर की खेती समुंद्र तल से 1500 से 2500 मीटर की ऊंचाई पर होती है।
केसर की खेती के लिए खेत की तैयारी केसर का बीज बोने या लगाने से पहले खेत कि अच्छी तरह से जुताई की जाती है।
केसर की खेती के लिए उचित समय ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में केसरी की खेती जुलाई से अगस्त माह तक की जाती है
केसर की खेती के लिए कैसे करें बीजों की बुवाई केसर के क्रोम्स लगाते के लिए सबसे पहले 6-7 सेमी का गड्ढा करें और दो क्रोम्स के बीच की दूरी लगभग 10 सेमी रखें
केसर उगाने से इस तरह होगी अच्छी कमाई एक बार केसर के पैदावार के बाद इसे अच्छे तरह से पैक करके किसी भी नजदीकी मंडी में अच्छे दामों में बेच सकते है।