पत्थरचट्टा की खेती से जुड़ी जरूरी बातें आपको पहुंचाएगी फायदा भारतीय किसानों के बीच औषधीय पौधों की खेती बहुत लोकप्रिय हो रही है।

जानें, पत्थरचट्टा का पौधा कैसे लगाएं पत्थरचट्टा का पौध लगाने के लिए किसी बीज की आवश्यकता नहीं होती है।

पत्थरचट्टे के फूल और पौधे आपको बता दें कि पत्थरचट्टे के पौधे में फूल भी उगते हैं मुख्यत: बसंत और सर्दी के मौसम में आते हैं।

Patharchatta Farming : पत्थरचट्टा के लिए मिट्टी पत्थरचट्टा की खेती के लिए नम मिट्टी की आवश्यकता होती है।

पत्थरचट्टा की खेती की खास बातें  पत्थरचट्टा के पौधे को रोजाना कम से कम 4 से 5 घंटे धूप की जरुरत होती है।

Patharchatta ki kheti : पत्थरचट्टा के पौधों में रोग नियंत्रण  पत्थरचट्टा के पौधों को समय-समय पर रोग व कीट से बचाव करना भी जरूरी है।

पत्थरचट्टा से कई बीमारियां होती है दूर  आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पत्थरचट्टा औषधीय गुणों से भरपूर है।

इसके सेवन से कई प्रकार की बीमारियां दूर होती हैं। इसे घर पर गमले में भी लगाया जा सकता है।

इसके पत्तों का स्वाद खट्टा और नमकीन होता है।

पत्थरचट्टा के सेवन से किडनी की पथरी, प्रोस्टेट ग्रंथि की बीमारी, खून का बहना, आदि रोग भी दूर होते हैं।