अश्वगंधा की खेती किसानों को मुनाफा देने के अलावा औषधि के रूप में अश्वगंधा का सेवन इंसान को कई तरह के रोगों से भी मुक्त करती है।

किन राज्यों में होती है अश्वगंधा की खेती भारत में अश्वगंधा की खेती कई राज्यों में हो रही है। बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और जम्मू कश्मीर में होती है।

अश्वगंधा की खेती में कम से कम खाद की जरूरत कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक अश्वगंधा में ज्यादा फर्टिलाइजर की जरूरत नहीं होती

अश्वगंधा पर कीटों का अटैक कम गुजरात के आणंद स्थित औषधीय एवं सगंधीय पादप अनुसंधान निदेशालय (DMAPR) में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के प्रधान वैज्ञानिक डॉ पी मनिवेल के मुताबिक अश्वगंधा की खेती के दौरान पौधों में बीमारी की संभावना भी कम होती है

रबी सीजन में अश्वगंधा की खेती अश्वगंधा की खेती आम तौर पर खरीफ फसल के रूप में की जाती है। अगर किसान भाई बीज के स्थान पर पौधा लगा रहे हों तो नर्सरी में पौधा जब 6 सप्ताह का होने पर ही खेत में रोपना चाहिए।

AYUSH में निवेश, अश्वगंधा की खेती से फायदा आयुर्वेद और यूनानी में अश्वगंधा का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है।

किन बीमारियों का इलाज है अश्वगंधा अश्वगंधा का सेवन सर्दियों के मौसम में बेहतर माना जाता है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए कई आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए अश्वगंधा के इस्तेमाल की सलाह दी।

अश्वगंधा कॉलेस्ट्रॉल नियंत्रित करता है।