किसान सब्जियों की खेती कम समय में पैसा प्राप्त कर सकते हैं।
चुकंदर की खेती से होता है मिट्टी की सेहत में सुधार (chukandar ki kheti) चुकंदर हमारे स्वास्थ्य के लिए तो लाभदायक है ही, साथ ही इसकी खेती से खेत की मिट्टी की सेहत में भी सुधार होता है।
चुकंदर का क्या है उपयोग चुकंदर का प्रयोग लोग स्लाद के रूप में करते हैं।
हरदोई के किसान कर रहे हैं इसकी खेती उत्तप्रदेश के हरदाई जिले के किसान चुकंदर की खेती कर रहे हैं।
चुकंदर की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी (Beetroot Farming) चुकंदर की खेती (Beetroot cultivator) पूरे साल की जा सकती है।
चुकंदर की खेती के लिए ऐसे करें खेत की तैयारी सबसे पहले खेत की गहराई से जुताई करनी चाहिए।
चुकंदर की खेती में ध्यान रखने वाली जरूरी बातें – इसकी खेती के लिए खेत में हर समय नमी रहना आवश्यक होना जरूरी है। इसी कारण इसकी खेती ठंडे महीनों या नमी वाले क्षेत्र में अधिक की जाती है।
– ठंडे तथा नमी वाले क्षेत्रों में उगाई गई चुकंदर की फसल में शक्कर की मात्रा काफी होती है। – इसकी खेती के लिए ज्यादा बारिश की जरूरत नहीं पड़ती है। इसकी खेती को बारिश प्रभावित नहीं करती है।
– इसकी खेती के लिए अक्टूबर-नवंबर का महीना उचित माना गया है। – चुकंदर की फसल के लिए 20 डिग्री का तापमान इसकी फसल के लिए काफी होता है।
– एक हेक्टेयर में 14-15 किलोग्राम बीज की जरूरत होती है। – फसल की बुआई के लिए एक पौधे से दूसरे पौधे की दूरी करीब 15-20 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
– पहली सिंचाई गर्मी के दिनों में आठ से 10 दिन में करनी चाहिए। – खेत में जल भराव की स्थिति नहीं होने देना चाहिए। अधिक पानी से इसके कंद सड़ जाते हैं। इसलिए इसकी आवश्यकतानुसार सिंचाई करनी चाहिए।