Bhindi Ki Kheti

भिंडी की खेती करने के लिए उपयुक्त जलवायु (Suitable climate)

भिंडी की खेती (Lady Finger Cultivation) के लिए उष्ण और नम जलवायु की आवश्यकता पड़ती है. इसके बीजों के जमाव के लिए करीब 20 से 25 डिग्री सेन्टीग्रेट तापमान चाहिए होता है 

भिंडी की खेती करने के लिए उपयुक्त भूमि (Suitable Land)

भिंडी की खेती किसान सभी प्रकार की मिट्टी (Soil) में कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए हल्की दोमट मिट्टी (light loamy soil) काफी अच्छी मानी जाती है 

भिंडी की खेती करने के लिए खेत की तैयारी (Land Preparation)

भिंडी की खेती करते समय किसान सबसे पहले खेत की 2 से 3 बार अच्छे से जुताई (Tillage) कर लें. इसके साथ ही खेत को भुरभुरा (Grind the field) करके उसपर पाटा चला लें, ताकि खेत अच्छी तरह से समतल (Plane) हो जाए.

भिंडी की खेती करने के लिए उन्नत किस्में (Improved varieties)

आजकल कृषि वैज्ञानिकों (Agriculture Scientists) द्वारा भिंडी की कई प्रकार की उन्नत किस्में (Lady Finger Varieties) विकसित हो चुकी हैं.

भिंडी की खेती करने के लिए निराई-गुड़ाई (Weeding hoeing)

भिंडी की खेती करते समय किसान भाइयों को अपने खेतों को खरपतवारों से मुक्त (Free from weeds) रखना चाहिए 

भिंडी की खेती करने के लिए बीज और बीजोपचार (Seed and Seed treatment)

भिंडी की फसल बुवाई करने के लिए 1 हेक्टेयर खेत में करीब 3 कि.ग्रा से 10 कि.ग्रा बीज की ज़रूरत पड़ती है 

भिंडी की खेती करने के लिए रोग नियंत्रण (Disease Control)

भिंडी की फसल में अधिकतर येलो मोजेक (Yellow Mosaic) यानी पीला रोग होने का खतरा काफी हद तक बना रहता है 

भिंडी की खेती करने के लिए बुवाई (Sowing)

भिंडी की बुवाई (Sowing of ladyfinger) किसान भाइयों को कतारों में करनी चाहिए.  

भिंडी की खेती करने के लिए सिंचाई (Irrigation)

गर्मियों के मौसम में भिंडी की फसल सिंचाई (Irrigation of ladyfinger) लगभग 5 से 7 दिनों के अंतराल पर करते रहना चाहिए