फिल्म 'थलाइवी' के बाद अभिनेत्री कंगना रनौत की दूसरी तमिल फिल्म 'चंद्रमुखी 2' हिंदी में डब होकर सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है।
यह फिल्म साल 2005 में रिलीज रजनीकांत की फिल्म 'चंद्रमुखी' का सीक्वल है जिसका निर्देशक पी वासु ने ही किया था।
रजनीकांत की फिल्म 'चंद्रमुखी' उस साल की सबसे सफल फिल्मों में से रही और उस समय फिल्म का बिजनेस भी जबरदस्त हुआ है।
रजनीकांत की फिल्म 'चंद्रमुखी' के आगे 'चंद्रमुखी 2' दूर दूर तक कहीं नहीं टिकती है।
जब किसी हिट फिल्म का सीक्वल बनता है, तो दर्शक मूल फिल्म से उसकी तुलना करने लगते हैं और ये फिल्म भी यहीं पर आकर मार खा जाती है।
फिल्म 'चंद्रमुखी 2' की कहानी की शुरुआत एक धनाढ्य परिवार की समस्याओं से होती है।
परिवार के लोग अपनी समस्या के समाधान के लिए अपने देवता से प्रार्थना करने के लिए अपने लंबे समय से खोए हुए रिश्तेदारों के साथ फिर से जुड़ते हैं
लेकिन वह इस बात से अनजान है कि शास्त्रीय नर्तक चंद्रमुखी और वेट्टैयन राजा के बीच सदियों पहले का झगड़ा फिर से शुरू हो जाएगा।
जब परिवार के सदस्यों में से एक पर चंद्रमुखी की आत्मा आ जाती है,
तो यह अनिश्चिता बनी रहती है कि क्या चंद्रमुखी को हराकर परिवार के भीतर शांति बहाल की जा सकती है।