हरी खाद बनाने में भी किया जाता है लोबिया का उपयोग लोबिया दलहन फसल की श्रेणी में आती है। इ
लोबिया की खेती के लिए कैसी होनी चाहिए जलवायु लोबिया की खेती (Cultivation of cowpea) के लिए गर्म व आर्द्र जलवायु अच्छी रहती है।
लोबिया की खेती के लिए कैसी होनी चाहिए भूमि (मिट्टी) लोबिया की खेती (lobiya ki kheti) सभी प्रकार की भूमियों (मिट्टी) में की जा सकती है
लोबिया की बुवाई का क्या है उचित समय बारिश के मौसम में इसकी बुवाई जून के अंत से लेकर जुलाई माह तक की जा सकती है।
कौनसी है लोबिया की उन्नत किस्में लोबिया की कई उन्नत किस्में हैं जो अच्छा उत्पादन देती हैं।
दाने के लिए लोबिया की उन्नत किस्में- इसकी दाने वाली किस्मों में सी- 152, पूसा फाल्गुनी, अम्बा (वी- 16), स्वर्णा (वी- 38), जी सी- 3, पूसा सम्पदा (वी- 585) और श्रेष्ठा (वी- 37) आदि प्रमुख है।
खरीफ और जायद के लिए उन्नत किस्में - लोबिया की ऐसी उन्नत किस्में भी है जो खरीफ और जायद दोनों मौसम में उगाई जा सकती है।
लोबिया की बुवाई के लिए कितनी रखें बीज की मात्रा लोबिया की बुवाई के लिए सामान्यत: 12-20 कि.ग्रा. बीज/हेक्टेयर की दर से पर्याप्त होता है।
लोबिया के बीजों की बुवाई का क्या है सही तरीका लोबिया की बुवाई में बीज की बुवाई करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए
लोबिया में कितनी देनी चाहिए उर्वरक और खाद की मात्रा लोबिया की बुवाई से एक माह पहले खेत में गोबर या कम्पोस्ट की 20-25 टन मात्रा डालनी चाहिए।