धान के खेत में अजोला तैयार करने की विधि अजोला जैव उर्वरक को धान के खेत में 3 तरीकों से लगाया जा सकता है, जो की इस प्रकार है- अजोला को रोपाई से 2-3 सप्ताह पहले धान के खेत में लगाया जाता है तथा विकास की एक निश्चित अवधि के बाद रोपाई से पहले मिट्टी में मिला दिया जाता है या यूँ ही छोड़ दिया जाता है .

अजोला के लाभ – यह एक ऐसी कम लागत वाली तकनीक के रूप में उजागर हुई है, जो लंबे समय तक के लिए लाभ प्रदान करवाती है.

– यह पोषक तत्वों की उपलब्धता में वृद्धि के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरता में निरंतर सुधार का एक बेहतरीन उपाय है. – इससे पौधों के विकास और फसल की उपज में तेजी देखी गई है. – अजैविक खाद जैसे यूरिया जैसे रासायनिक नाइट्रोजन युक्त उर्वरको की निर्भरता को कम करता है तथा इनसे होने पर्यावरण प्रदूषण को कम किया जा सकता है.

– यह खरपतवार तथा कई मृदा जनित रोगों से पौधों का बचाव करता है. – यह तनाव की स्थिति में भी पौधे के विकास में मदद करता है. – ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण के कारण उत्पन्न ऑक्सीजन फसल की जड़ प्रणाली और अन्य भाग तक पहुंचाता है.

– मोटी परत होने के कारण यह सिंचित धान के खेत में वाष्पीकरण स्तर को कुछ हद तक कम करता है. – नाइट्रोजन के अलावा, एजोला फसल को पॉटेशियम, जिंक और आयरन की आपूर्ति भी करता है.

अजोला के उत्पादन में बरती जाने वाली कुछ सावधानियाँ – अधिक उपज के लिए प्रदूषण मुक्त वातावरण का रखरखाव रखे. – अजोला की अधिक पैदावर होने पर इसे दैनिक आधार पर एकत्र कर लें.

– इसकी सफल उत्पादन के लिए तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहना चाहिए. ठंडे क्षेत्रों में प्लास्टिक शीट का इस्तेमाल किया जा सकता है, ताकि सर्द मौसम का असर कम किया जा सके. – ध्यान रहे की अजोला की उपज के लिए पर्याप्त धूप वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, क्योंकि छाया में कम पैदावर होती है.

– मिट्टी का पी. एच 5 और 7 के बीच होना चाहिए. अम्लीय मिट्टी में अच्छी तरह से बढ़ता है. – अतः हम आशा करते हैं कि किसान भाई  अजोला को अपने खेत में  डाल  अपनी भूमि की उपजाऊ क्षमता भड़ाने  व पानी बचाने में अपना योगदान करेंगे .

लेखक सुरेंद्र कुमार, सिमरन जास्ट एवं धर्मपाल कृषि विकास अधिकारी (पौ. सं.) कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा शोध छात्रा, आई सी ए आर - केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल शोध छात्र, मृदा विज्ञान विभाग, चौ. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार-125004