पहला रिकॉर्ड यही है कि वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला नेता होंगी 

दूसरा रिकॉर्डः द्रौपदी मुर्मू ऐसी पहली राष्ट्रपति होंगी, जो आजादी के बाद देश में पैदा हुईं. 

तीसरा रिकॉर्डः सबसे युवा राष्ट्रपति बनने का खिताब भी मुर्मू के नाम हो जाएगा. देश में सबसे कम उम्र में राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम है 

चौथा रिकॉर्ड: ऐसा पहली बार होगा, जब किसी समय पार्षद रह चुका कोई व्यक्ति भारत में राष्ट्रपति पद तक पहुंचेगा.  

पांचवां रिकॉर्डः द्रौपदी मुर्मू की जीत के साथ ही ओडिशा का नाम भी उन राज्यों में शामिल हो जाएगा, जहां के लोग देश में सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचे हैं 

द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी और हमेशा वह भाजपा में ही रहीं 

1997 में मुर्मू बीजेपी की ओडिशा ईकाई की अनुसूचित जनजाति मोर्चा की उपाध्यक्ष बनी थीं. 

द्रौपदी मुर्मू झारखंड में राज्यपाल बनने वाली पहली महिला थीं. वह 2015 से लेकर 2021 तक राज्यपाल रहीं.  

जिसे भारत में किसी राज्य का गवर्नर नियुक्त किया गया और उन्होंने कार्यकाल पूरा किया. 

ओडिशा में मयूरभंज जिले के कुसुमी ब्लॉक के उपरबेड़ा गांव में आदिवासी परिवार में जन्मीं मुर्मू का शुरुआती जीवन काफी संघर्षमय रहा 

पति और दो बेटों को खोने के बाद भी उन्‍होंने हिम्‍मत नहीं हारी और लगातार आगे बढ़ती रहीं.