आज के दौर में किसान अधिक लाभ देने वाली फसलों की खेती की ओर आकर्षित हो रहे हैं।

शुगर और डायबिटीज के मरीजों के लिए गुणकारी है मेथी दाना मेथी के बीजों को मेथी दाना कहा जाता है। मेथी दाना का उपयोग कई रोगों में किया जाता है।

मेथी में पाए जाने वाले पोषक तत्व मेथी में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं जो कई रोगों में फायदेमंद होते हैं।

मेथी दाने के अधिक सेवन से क्या हो सकती है हानि इसका उपयोग सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। अधिक मात्रा में इसके सेवन से कुछ हानियां भी हो सकती हैं।

मैथी की बेहतर पैदावार के लिए करें इन किस्मों का चयन मेथी का बेहतर उत्पादन प्राप्त करने के लिए जिन उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए।

मेथी की खेती का उचित समय (Methi ki Kheti) मेथी की उन्नत खेती के लिए मैदानी इलाकों में इसकी बुवाई सितंबर से मार्च तक की जाती है।

मेथी की खेती के लिए जलवायु व भूमि वैसे तो मेथी की खेती सभी प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है।

मेथी की बुवाई का तरीका अधिकांश किसान इसकी बुवाई छिडक़वा विधि से करते हैं। लेकिन इसकी कतार में बुवाई करना ज्यादा अच्छा रहता है।

मेथी के बीजों को उपचारित करने का तरीका बीज की बुवाई करने से पूर्व उन्हें उपचारित करना चाहिए ताकि फसल में कीट-रोग का प्रकोप कम हो।

मेथी की खेती में खाद व उर्वरक प्रयोग मेथी की खेती से पहले खेत की मिट्टी जांच और उसके नतीजों के आधार पर खाद व उर्वरक का प्रयोग करना चाहिए।

मेथी की कटाई और ग्रेडिंग मेथी की पहली कटाई बोआई के 30 दिन बाद की जा सकती है।