ज्वार, बाजरा, गेहूं, धान, जौ, चना, सरसों की अपेक्षा सब्जियों की खेती में कमाई की संभावना ज्यादा है. लेकिन ये मुनाफा काफी कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि हम खेती किस तकनीक को अपनाकर करते हैं.
क्यों कहा जाता है इसे बॉटल गार्ड (why it is called bottle guard) पहले लौकी के सूखे खोल को शराब या स्प्रिट भरने के लिए उपयोग किया जाता था इसलिए इसे बोटल गार्ड के नाम से जाना जाता है.
सदाबहार है लौकी यह हर सीजन में मिलने वाली सब्जी हैं. इस सब्जी की मांग मंडी में हर समय काफी बड़े स्तर पर रहती है. किसान भाई इसकी खेती साल में तीन बार कर सकते हैं.
वर्ष में तीन बार कर सकते हैं लौकी की खेती लौकी एक ऐसी कद्दूवर्गीय सब्जी हैं, जिसकी फसल वर्ष में तीन बार उगाई जाती हैं. जायद, खरीफ, रबी सीजन में लौकी की फसल उगाई जाती है.
पोषक तत्वों से भरपूर है लौकी आमतौर पर लोग लौकी को खाना बहुत ही कम पसंद करते हैं. अधिकतर लोगों को लौकी खाने से बचते हुए देखा गया है.
ऐसे करे लौकी की खेती (Do gourd farming like this) लौकी की खेती में उपयुक्त भूमि : देश में लौकी की खेती को किसी भी क्षेत्र में सफलतापूर्वक की जा सकती है.
उपयुक्त जलवायु एवं तापमान लौकी की खेती के लिए गर्म एवं आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है. इसकी बुआई गर्मी एवं वर्षा के समय में की जाती है.
लौकी बुवाई का समय लौकी की साल में तीन बार उगाई जाती है. जायद, खरीफ, रबी सीजन में लौकी की फसल उगाई जाती है.
उर्वरक (Fertilizer) लौकी की खेती में सही उवर्रक मात्रा के लिए खेत की मिट्टी परीक्षण के आधार पर इसकी खेती में उवर्रक की सही मात्रा तय करें.
लौकी की खेती से एक लाख तक का मुनाफा इसके बीजों की खेत में रोपाई के लगभग 50 से 55 दिनों के बाद इसकी फसल पैदावार देना आरंभ कर देती है.