कम निवेश में अच्छा लाभ लेने के लिये कई किसानों ने इन खास औषधीय फसलों की खेती की तरफ रुख किया है, जिससे अच्छी आमदनी हो रही है.
हल्दी (Turmeric)- एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुणों से भरपूर हल्दी से कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों का इलाज किया जाता है
आयुर्वेद के साथ-साथ मसालों की दुनिया में हल्दी का बड़ा महत्व है.
अच्छी बारिश वाले इलाकों में जल निकासी वाली दोमट मिट्टी में हल्दी की खेती करना फायदे का सौदा साबित होती है.
हल्दी की व्यावसायिक खेती करके किसान अच्छी आमदनी कमा सकते हैं.
करी पत्ता (Curry Leaves)- करीपत्ता का इस्तेमाल मसालों के अलावा जड़ी-बूटी के तौर पर भी किया जाता है.
वजन घटाने से लेकर पेट की बीमारी और एंफेक्शन में करीपत्ता का अहम रोल है.
भारत के ज्यादातर घरों में करी पत्ता का पौधा जरूर लगाते हैं.
पुदीना (Mint)- मानसून की आर्द्रता, और थोड़े गर्म तापमान में पुदीना की खेती करके अच्छा उत्पादन ले सकते हैं.
बता दें कि पुदीना का इस्तेमाल सिर्फ खाद्य पदार्थों में ही नहीं, तेल के रूप में भी किया जाता है.