कृषि वैज्ञानिकों ने विकसित की गन्ने की नई किस्में, कम लागत में मिलेगा अधिक उत्पादन
नकदी फसल में गन्ना का एक अलग ही स्थान है।
गन्ना की सामान्य खेती के लिए जारी की गई हैं ये नई किस्में
पिछले दिनों बीज गन्ना एवं गन्ना किस्म स्वीकृत उपसमिति की हुई
गन्ना किस्म को.पी.के. 05191 को किया प्रतिबंधित
वैज्ञानिकों की ओरसे पहले विकसित की गई को.पी.के 05191 किस्म में लाल सडऩ रोग की शिकायत मिलने के बाद इसकी खेती को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
गन्ने की अन्य बेहतर उत्पादन देने वाली किस्मेंं
उपरोक्त किस्म के अलावा गन्ने की कई किस्में हैं जो बेहतर उत्पादन देती हैं
किस्म को. 0238 Co 0238 (करन 4)
इस किस्म का विकास गन्ना प्रजनन संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र, करनाल में किया गया है।
किस्म को. 86032
इस किस्म के गन्ने से बना गुड़ उत्तम क्वालिटी का होता है। इसमें मिठास अधिक होती है
किस्म को. 7318
ये किस्म 12 से 14 माह में तैयार हो जाती है। इसकी उपज क्षमता 120-130 टन प्रति हैक्टेयर है।
किस्म को.जे.एन. 86-600
इस किस्म के तैयार गुड़ उत्तम क्वालिटी का होता है। इसमें अधिक मात्रा में शक्कर होती है
किस्म को. से. 13235
यह किस्म में अन्य गन्नों की किस्मों की तुलना में शीघ्र पकने वाली किस्म है।
इसकी उपज क्षमता 81 से 92 टन प्रति हैक्टेयर है।
इसमें शर्करा की मात्रा 11.55 पाई गई है। इसकी फसल 10 माह में पक कर तैयार हो जाती है।