भारत में कृषि पद्धतियों का कई हज़ार वर्षों का इतिहास रहा है
मचान खेती क्यों करनी चाहिए (Why Trellising): प्रकृति में कुछ सब्ज़ियां लताओं का उत्पादन करती हैं
इसलिए उनसे अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए स्टेक की आवश्यकता होती है
ट्रेलाइज़िंग/स्टेकिंग के लाभ (Benefits of Trellising/Staking): 1.
1. सूर्य के प्रकाश में वृद्धि - ट्रेलिंग/स्टेकिंग से पौधों और फ़सलों को सूर्य का प्रकाश अधिक और अच्छी तरह मिल पाता है. 2.
1. परागण – यह परागणकर्ताओं (pollinators) को क्षेत्र में आसानी से परागण करने की अनुमति देता है. 2.
ट्रेलाइज़िंग/स्टेकिंग के प्रकार (Types of trellising/staking):
सामान्य रूप से दो प्रमुख प्रकार की ट्रेलिज़ खेती संरचनाओं का उपयोग किया जाता है: – निश्चित प्रकार की संरचनाएं – पोर्टेबल और अस्थायी संरचनाएं
निश्चित प्रकार की संरचनाएं जैसा कि नाम से पता चलता है कि ये संरचनाएं स्थायी प्रकृति की हैं
वर्टिकल ग्रोथ ट्रेलिज़ - इस स्ट्रक्चर्स में लकड़ी के खंभों को उनके बीच एक पूर्व-निर्धारित समान दूरी पर लंबवत रूप से ज़मीन पर फिक्स किया जाता है.
संरचनाओं की विशेषताएं निम्नलिखित हैं – 1) ऊर्ध्वाधर (vertical) खंभे ज़मीन में नहीं गाड़े जाते हैं 2) इस प्रकार की संरचनाओं में क्षैतिज (Horizontal) खंभे नहीं लगाए जाते हैं.