जानें, हल्दी की उन्नत किस्में और बुवाई का सही तरीका मसाला फसलों में हल्दी का एक विशेष स्थान है।

हल्दी का उपयोग औषधीय गुण होने के कारण इसका उपयोग आयुर्वेदिक दवाओं में, पेट दर्द व ऐंटिसेप्टिक व चर्म रोगों के उपचार में किया जाता है।

हल्दी के प्रकार हल्दी दो प्रकार की होती है एक पीली हल्दी और दूसरी काली हल्दी।

हल्दी की अधिक उत्पादन देने वाली उन्नत किस्में हल्दी की कई अधिक उत्पादन देने वाली उन्नत किस्में पाई जाती हैं।

आर एच 5 हल्दी की ये किस्म करीब 80 से 100 सेंटीमीटर ऊंचे पौधों वाली होती है।

यह हल्दी की अधिक पैदावार देने वाली किस्मों में से एक है।

हल्दी की इस किस्म को तैयार होने में 230 दिन समय लगता है।

गंधम हल्दी की सुगंधम किस्म 210 दिनों में तैयार हो जाती है।

सुदर्शन इस किस्म की हल्दी के कंद आकर में छोटे और दिखने में खूबसूरत होते हैं।

हल्दी की बुवाई का तरीका हल्दी की बुआई 15 मई से जुलाई के प्रथम सप्ताह तक की जा सकती है।