Vanilla Farming: वनीला की खेती देगी किसान भाइयों को मुनाफा वनीला की खेती एक मुश्किल काम है. वनीला से इसका अर्क निकाला जाता है. यही वजह है कि केसर के बाद ये दुनिया की दूसरी सबसे महंगी फसल है.

मुश्किल होती है वनीला की खेती वनीला की खेती एक मुश्किल काम है. वनीला से इसका अर्क निकाला जाता है. यही वजह है कि केसर के बाद ये दुनिया की दूसरी सबसे महंगी फसल है

क्या है वनीला ? वनीला आर्किड परिवार का एक सदस्य है. यह एक बेल है जिसका तना लंबा और बेलनकार होता है. इसके फल सुगंधित और कैप्सूल के आकार के होते हैं.

खेती के लिए जरूरी बातें वनीला की खेती करने के लिए वातावरण का खास ध्यान देना पड़ता है. वनीला की फसल को ह्यूमिडिटी, छाया और मध्यम तापमान की जरूरत होती है. 

कैसी होना चाहिए मिट्टी वनीला की खेती के लिए मिट्टी भुरभुरी और जैविक पदार्थों से भरपूर होना चाहिए. मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.5 तक होना चाहिए. 

कैसे लगाएं वनीला की बेल लगाने के लिए कटिंग या बीज दोनों का इस्तेमाल किया जा सकता है बेल लगाने के लिए मजबूत और स्वस्थ कटिंग कर लें जब वातावरण में नमी हो तब आप इसकी कटिंग को लगा सकते हैं. वनीला लगाने से पहले गड्ढे बनाकर उनमें पूरी तरह से सड़ी गली खाद डाली जाती है. कटिंग को मिट्टी में न दबाएं बल्कि सतह के ऊपर बस थोड़ी सी खाद और पत्तों से ढक दें. बेल को फैलने के लिए तार बांधी जाती है. फसल लगाने के बाद के गोबर से तैयार खाद, केंचुए की खाद आदि डालते रहना चाहिए

दिन के अंतराल में फव्वारा विधि से पानी देना चाहिए. बेल को तारों के ऊपर फैलाया जाता है जिसकी  ऊंचाई 150 सेमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.

फूल से लेकर फलियां पकने तक में 9 से 10 माह का समय लग जाता है. वनीला को पूरी तरह पकाने के लिए क्युरिंग, स्वेटिंग, ड्राइंग और कंडिशनिंग की प्रोसेस से निकलना होता है, इसके बाद वनीला तैयार होता है

बहरहाल भारत के ठंडे स्थान वनीला की खेती के लिए उपयुक्त है और यह किसानों के लिए मुनाफे का द्वार खोल सकती है.