केंचुआ खाद फसलों के लिए वरदान साबित हो रहा है. केंचुआ खाद के अनगिनत फायदे होते हैं. इसका इस्तेमाल से फसलों की गुणवत्ता पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है.
केंचुआ खाद बनाने के लिए जरुरी बात वर्मीकम्पोस्ट खाद को आप अपने घरों में भी आसानी से तौयार कर सकते हैं, बस आपको कुछ सावधानियां बरतनी होंगी.
केंचुआ खाद तैयार करने की विधि – सबसे पहले केंचुआ खाद बनाने के लिए 6 X 3 X 3 फीट के गड्ढे बनाएं. – इसके बाद इन गड्डों पर दो से तीन इंच आकार के ईंट या पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़ों की तीन इंच मोटी परत बिछाएं.
– अब इस पत्थर के परत के ऊपर तीन इंच मोटी बालू की परत बिछाएं. – इसके बाद बालू मिट्टी की परत के ऊपर 6 इंच की मोटी परत दोमट मिट्टी की बिछाएं.
– मिट्टी की मोटी परत के ऊपर पानी छिड़क कर मिट्टी को 50 से 60 प्रतिशत नम करें.
– इसके बाद 1000 केंचुआ प्रति वर्ग मीटर की दर से मिट्टी में छोड़ दें. इसके बाद मिट्टी की मोटी परत के ऊपर गोबर या उपले थोड़ी-थोड़ी दूर 8 से 10 जगह पर डाल दें और फिर उसके ऊपर तीन से चार इंच की सूखे पत्ते, घास या पुआल की मोटी तह मोटी परत बिछा दें.
– इसके बाद महीने भर बाद टाट के बोरों, ताड़ या नारियल के पत्तों को हटाकर इसमें वानस्पतिक कचरे को या सूखे वानस्पतिक पदार्थों के साथ 60:40 के अनुपात में हरा वानस्पतिक पदार्थ मिलाकर दो से तीन इंच मोटी परत फैला दें. अब इसके उपर 8 से 10 गोबर के छोटे-छोटे ढेर को रख दिया जाता है.
– गड्ढा भर जाने के 45 दिन बाद केंचुआ खाद बन कर तैयार हो जाती है.
इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उस स्थान पर सूर्य की किरणें सीधी आती हो.