जबलपुर। सीएम हेल्पलाइन CM HELPLINE के कारण स्वास्थ्य विभाग के 7 संविदा कर्मचारियों को और भ्रष्टाचार के आरोप में 1 ग्राम पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक को बर्खास्त कर दिया गया।
बताया गया है कि सीएम हेल्पलाइन CM HELPLINE की शिकायतों में गड़बड़ी और नियम अनुसार कर्तव्य पालन में लापरवाही के कारण स्वास्थ्य विभाग के सभी 7 संविदा कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया था लेकिन उन्होंने नोटिस का कोई जवाब ही नहीं दिया।
इसी के चलते मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा रत्नेश कुररिया ने सात संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को सेवा समाप्त करने संबंधी नोटिस जारी किया है।
जिन संविदा कर्मियों को नोटिस दिया गया है उनमें रानी दुर्गावती चिकित्सालय के संविदा लेखापाल वीरेन्द्र राय, विकासखंड पनागर की विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक प्रतिभा तिवारी व विकासखंड लेखा प्रबंधक समरेश चौरसिया, विकासखंड सिहोरा के विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक श्वेता कोष्टा व विकासखंड लेखा प्रबंधक सुमित चरण दुबे सहित विकासखंड मझौली के विकासखंड कार्यक्रम प्रबंधक अमित चंद्रा एवं विकासखंड लेखा प्रबंधक रूपेश जैन शामिल हैं।
इन सभी को संविदा सेवा समाप्त करने संबंधी नोटिस जारी किया गया है।
CM HELPLINE: ग्राम पंचायत सचिव और रोजगार सहायक बर्खास्त
जिला पंचायत प्रशासन ने गोसलपुर के पास स्थित ग्राम धरमपुरा के पंचायत सचिव और रोजगार सहायक को भ्रष्टाचार की शिकायतों के चलते बर्खास्त कर दिया है। यह कार्रवाई ईएसओ इंडिया की शिकायत पर की गई।
ईएसओ ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि उसकी ओर से धरमपुरा के सरपंच पंचमलाल, सचिव भागचंद राय और रोजगार सहायक प्रदीप साहू के विरूद्ध भ्रष्टाचार की सप्रमाण शिकायतें की थीं। इन लोगों पर प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर अवैध वसूली, शासकीय राशि के गबन जैसे अनेक आरोप लगे थे।
जिनको संज्ञान में लेते हुए जिला पंचायत सीईओ ने सचिव भागचंद राय और रोजगार सहायक प्रदीप साहू को बर्खास्त कर दिया।