Gehu Mandi Bhav: गेहूं के सीजन की शुरूआत देश भर मे 1 अप्रैल से हो चुकी है इस माह के पहले सप्ताह में क्योंकी कटाई भी शुरू होने की उम्मीद है मौसम मे आई गर्मी किसानों को तंग कर रही और इससे गेहूं के उत्पादन पर असर पड़ेगा गेहूं के सीजन को लेकर बिजली निगम में दमकल विभाग की तरफ से भी जरूरी तैयारी की जा रही है.
बाजार ने जानकारों बताया कि गेहूं की कीमतों में गिरावट सीमित रहेगी। अब की बार गेहूं की कीमत 2,015 रुपये से 2,020 रुपये प्रति क्विंटल पर अपरिवर्तित रहने की संभावना है।
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उनका कहना है कि गेहूं में 2270 रुपये का जोरदार प्रतिरोध है। अगर कीमत इससे ऊपर रहती है तो शॉर्ट से लॉन्ग टर्म में यह 2600 से 3000 रुपये के ऊपरी स्तर पर दिख सकती है।
इसके अलावा ग्लोबल लेवल पर सप्लाई प्रभावित होने के कारण शॉर्ट टर्म गेहूं के दाम भी कुछ बढ़ सकते हैं। मार्च कमजोर समापन स्टॉक। पूरे मार्च महीने के दौरान गेहूं की कीमत 2250 रुपये से 2420 रुपये के दायरे में रही। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के कारण दुनिया भर में गेहूं की आपूर्ति अधिक प्रभावित हुई है।
आज का गेहूं का भाव वैश्विक स्तर पर आपूर्ति प्रभावित होने से मार्च के पहले पखवाड़े में भारत से गेहूं के निर्यात का परिदृश्य भी बढ़ा। मार्च के अंतिम सप्ताह में फसल कटाई में वृद्धि के साथ ही सरकार द्वारा पीएमजीकेवाई योजना की समयावधि अगले 6 महीने तक और बढ़ा दी गई है।
महीने की बढ़ोतरी और ताजा आवक से अल्पावधि कीमतों में हल्का सुधार दर्ज किया गया। इंद्रजीत पोल के मुताबिक , 2022-23 के लिए गेहूं का सरकारी खरीद लक्ष्य 44।4 मिलियन मीट्रिक रखा गया है, जो सालाना आधार पर 2।4% ज्यादा है। यह लक्ष्य पूरा हुआ तो गेहूं की खरीद इतिहास में रिकार्ड के रूप मे दर्ज हो जाएगी।