Breaking News: भोपाल। मध्यप्रदेश में 15 अप्रैल के बाद सभी स्कूल बंद होंगे। प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने ये संकेत दिए हैं।
उनका कहना है कि पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ने के कारण अभिभावकों की मांग पर सरकार इसपर विचार कर रही है। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों से चर्चा चल रही है जिसपर जल्द फैसला ले लिया जाएगा।
गर्मी के कारण ही प्रदेशभर के स्कूलों का समय सुबह सात से दोपहर 12 बजे तक कर दिया गया है पर तापमान इतना तेज है कि बच्चे चक्कर खाकर गिर रहे हैं।
ऐसे में अभिभावक स्कूलों में अभी से ही गर्मी की छुट्टी की मांग कर रहे हैं।
प्रदेश में अधिकांश स्कूल अब दोपहर 12 बजे तक ही लग रहे हैं। हालांकि आदेश जारी किए जाने के बावजूद कई प्राइवेट स्कूल ज्यादा देर तक या दोपहर में स्कूल लगा रहे हैं।
कई स्कूलों में दोपहर 12 बजे के बाद दूसरी शिफ्ट लगाई जा रही है। दोपहर की चिलचिलाती धूप में बच्चे बीमार पड़ रहे हैं।
स्कूलों में प्रार्थना के समय बच्चों के चक्कर आने से गिरने की शिकायत भी मिल रही हैं। ऐसे में बच्चों और अभिभावकों की परेशानी को देखते हुए प्रदेश के स्कूलों को बंद करने पर विचार चल रहा है।
मंत्री परमार ने कहा कि 15 अप्रैल के बाद सभी प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी किए जाने की संभावना है। कई अभिभावक गर्मी के कारण बीमार हो रहे बच्चों को देख बेहद परेशान हो रहे हैं।
सुबह लगनेवाले स्कूलों की छुट्टी भले ही 12 बजे हो रही है लेकिन बच्चों को वैन और बस में तपना पड़ रहा है। ऐसे ही पैदल, साइकिल या स्वयं के दोपहिया वाहनों से स्कूल आने—जानेवाले बच्चे भी धूप में परेशान हो रहे हैं।
यही कारण है कि बच्चों की तबियत खराब होने की शिकायतें लगातार मिल रही हैं। तेज गर्मी के कारण बच्चों की आंखें लाल हो रहीं हैं. धूप में रहने के कारण उन्हें बुखार आने की समस्या भी सामने आ रही है।
इधर बीते बुधवार से स्कूलों के समय में परिवर्तन कर दिए जाने के बावजूद राजधानी में दो शिफ्ट में लगने वाले स्कूलों के बारे में अभी कुछ निर्णय नहीं लिया जा सका है।
यहां तक कि केंद्रीय विद्यालय भी दो पाली में लग रहे हैं. केंद्रीय विद्यालय क्रमांक-3 में सुबह 7 से मध्यान्ह 12 बजे तक पहली पाली और दोपहर 12.30 बजे से शाम 6 बजे तक दूसरी पाली संचालित की जा रही है।
दोपहर में स्कूल पहुंचने वाले बच्चे सबसे ज्यादा परेशानी हो रहे हैं।
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