Electric Car: मौजूदा समय में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दाम और बढ़ता हुआ प्रदूषण, लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए प्रेरित कर रहे हैं.
दरअसल, इलेक्ट्रिक वाहन, पेट्रोल और डीजल वाले वाहनों के मुकाबले कम खर्च में चलते हैं. इसके अलावा, यह प्रदूषण भी नहीं करते. ऐसे में लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को अपने लिए फायदे का सौदा मान रहे हैं लेकिन अभी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बहुत अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार नहीं हो पाया है.
ऐसे में चलिए, जानते हैं कि अभी गांव में रहने वाले लोगों को इलेक्ट्रिक कार खरीदनी चाहिए या नहीं. हम आपको इससे जुड़े कुछ फैक्ट्स बताएंगे, जिसके बाद आप खुद समझ सकते हैं कि गांव में रहने वालों के लिए इलेक्ट्रिक कार खरीदना कैसा रहेगा.
Electric Car मैकेनिक की कमी
इलेक्ट्रिक कारों की टेक्नोलॉजी अभी बहुत नई है. ऐसे में इसके मैकेनिक भी बहुत ज्यादा नहीं है. अब अगर आप गांव में इलेक्ट्रिक कार Electric Car हैं और उसमें कोई दिक्कत आती है, तो आपको मैकेनिक नहीं मिलेंगे, जो बड़ी परेशानी है.
सड़कों की क्वालिटी
गांव-देहात में सड़कों की क्वालिटी शहरों के जैसी नहीं होती है, शहरों में सड़कों की क्वालिटी ज्यादा बेहतर होती है. ऐसे में कोई भी इलेक्ट्रिक कार Electric Car जितनी बेहतर रेंज शहरों में दे पाएगी, वह गांव में नहीं दे सकती.
इलेक्ट्रिसिटी की उपलब्धता
गांव में इलेक्ट्रिसिटी की उपलब्धता एक बड़ी चुनौती रहती है. बड़े शहरों में आपको हर समय इलेक्ट्रिसिटी मिलती है जबकि गांव में ऐसा नहीं है, जिसके कारण आपको इलेक्ट्रिक कार Electric Car चार्ज करने में परेशानी हो सकती है.
पब्लिक चार्जिंग इंफ्रा
बड़े शहरों में लगातार सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशन्स के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है जबकि इसके गांव तक पहुंचने में अभी बहुत समय लगेगा. ऐसे में यह भी एक चुनौती की तरह है. गांव में आपको सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशंस नहीं मिलेंगे.