Investment Tips: रिटायरमेंट के लिए जिंदगी सुकून भरी तभी हो सकती है जब किसी व्यक्ति के पास पर्याप्त पूंजी और दूसरे एसेट हो.
आजकल हर कोई रिटायरमेंट के बाद होने वाले खर्चों के लिए पर्याप्त फंड बनाने की कोशिश करता है. बहुत से लोग रिटायरमेंट तक एक बड़ा फंड बना लेते हैं.
रिटायरमेंट के लिए बनाए गए फंड की राशि का सही आवंटन भी जरूरी है.
अगर आपने फंड का सही आवंटन नहीं किया है तो आपको न केवल कम रिटर्न मिलेगा बल्कि इसके कुछ और भी नुकसान होंगे. इसलिए रिटायरमेंट पोर्टफोलियो को बहुत सोच समझकर बनाना चाहिए.
फंड आवंटन के लिए किसी वित्तीय सलाहकार की सेवा अगर ली जाए तो बहुत फायदा हो सकता है.
फाइनेंशियल एडवाइजर आपकी जरूरतों का आंकलन कर सही जगह पैसा लगाने में आपकी मदद कर सकता है.
Investment Tips: ध्यान से बनाएं पोर्टफोलियो
लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्लान अहेड वेल्थ एडवाइजर्स के फाउंडर विशाल धवन का कहना है कि रिटायरमेंट पोर्टफोलियो बहुत ध्यान से बनाना चाहिए.
उनका कहना है कि मान लो की अगर किसी के पास रिटायरमेंट फंड में पांच करोड़ रुपये है. अगर उसने 15 लाख रुपये सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में निवेश कर रखा है.
शॉर्ट टर्म म्यूचुअल फंड्स में 2 करोड़ रुपये लगा रखें हैं. इसी तरह एक करोड़ रुपये फ्लोटिंग फंड्स में डाल रखे हैं और 50 लाख रुपये बैलेंस्ड एडवांटेज फंड में और 25 लाख रुपये ओवरसीज मयूचुअल फंड में लगा रखे हैं.
कंजरवेटिव और हाइब्रिड फंड में भी उसने निवेश 25-25 लाख रुपये का निवेश कर रखा है. इसी तरह तरह सेविंग अकाउंट और फिक्स्ड डिपॉजिट में भी 25-25 लाख रुपये निवेश कर रखा है तो यह एक अच्छा फंड आवंटन है.
कुछ बदलाव की जरूरत
इस पोर्टफोलियो में बस थोड़ा बदलाव करने की जरूरत है. यहां लिक्विड फंड में से एग्जिट होने की आवश्कता है क्योंकि एफडी और सेविंग में जो निवेश किया गया है वह इमरजेंसी के लिए पर्याप्त है.
यहां निवेशक मीडियम टर्म के अच्छी क्रेडिट क्वालिटी वाले डेट फंड में निवेश किया जा सकता है. इसी तरह कंजरवेटिव हाइब्रिड फंड से भी पैसा निकालना चाहिए
और शार्टटर्म फंड और इंडेक्स फंड के कंबिनेशन में निवेश करना चाहिए. ऐसा करने से पोर्टफोलियो कॉस्ट को कम करने में मदद मिलेगी.