Maggi Ke Nuksaan : 2 मिनट में खाने योग्य बनने वाला मैगी (Maggi) नूडल्स के कई सारे नुकसान भी हैं. जी हाँ, नेस्ले इंडिया कंपनी द्वारा Maggi नाम से बेचे जाने वाले नूडल्स अपने स्वाद के कारण व जल्द (सिर्फ 2 मिनट में) खाने लायक बन जाने के कारण भारत के बाजार में बहुत ही तेजी से फैला.
लोग बहुत ही चाव से इसे खाते हैं. आज लगभग हरेक किचन में इसका प्रयोग होता है. भूख लगी है पर खाने के लिए कुछ नहीं है या खाना बनाने के लिए समय नहीं है तो क्या हुआ – मैगी है न, बस 2 मिनट में तैयार हो जाएगा.
और इस प्रकार 2 मिनट में मैगी तैयार करके लोग खूब खा रहे हैं. पर हमें जानना चाहिए कि यह मैगी बनाने में जितना आसान है व खाने में जितना अच्छा लगता है, उसके विपरीत यह हमारे शरीर व स्वास्थ्य के लिए उतना ही नुकसानदेह भी है.
जी हाँ, अधिक मात्रा में मैगी खाने से किडनी की समस्या व कैंसर होने की संभावना बढ़ने के अलावा यह हमारे शरीर व स्वास्थ्य को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं.
आइये हम मैगी के नुकसान पर चर्चा करते हैं.
मैगी के नुकसान-Maggi Ke Nuksaan
1. ट्रांस फैट के कारण स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह: – मैगी पहले से फ्राई की हुयी रहती है इसीलिए इसे खाने के लिए पकाने में केवल 2 मिनट का समय लगता है. मैगी में ट्रांस फैट का इस्तेमाल होता है. जबकि ट्रांस फैट स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं. स्वास्थ्य के दृष्टि से ट्रांस फैट से दूर रहने की ही सलाह दी जाती है.
ट्रांस फैट के कई नुकसान हैं पर इसके फायदा एक भी नहीं है. इस स्थिति में जब मैगी बनाने में ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है तो यह सेहत के लिए फायदेमंद के जगह नुकसानदेह ही है.
2. कई प्रकार के स्वास्थ्य समस्या: – Maggi Ke Nuksaan मैगी में खतरनाक केमिकल मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) रहता है, जिसे आमतौर पर लीड या सीसा कहते हैं. यह एमएसजी स्वास्थ्य के लिए बहुत ही नुकसानदेह है. एमएसजी की मात्रा हमारे शरीर में बढ़ने से यह कई तरह से हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं.
यह भी उल्लेखनीय है कि हमारे शरीर में आए एमएसजी या सीसा फिर शरीर से बाहर नहीं हो पाते हैं. जिस कारण से मैगी अधिक खाने से शरीर में एमएसजी जमा होते रहते हैं और यह हमारे स्वास्थ्य व शरीर को नुकसान पहुंचाते रहते हैं.
3. शरीर में एमएसजी या सीसा इकट्ठा होकर हमारे शरीर पर दीर्घकालिक विपरीत प्रभाव डालता है जैसे – यह पाचन क्रिया पर बुरा असर डालता है. यह दिमाग, किडनी व प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है. एमएसजी व लीड के ज्यादा मात्रा होने से कैंसर भी हो सकता है. इस प्रकार मैगी का अधिक
प्रयोग से कैंसर का खतरा बढ़ता है.
- ज्यादा मात्रा में मैगी खानेMaggi Ke Nuksaan से कई तरह के स्वास्थ्य समस्याएँ होने की संभावना रहती है. ज्यादा मैगी खाने से खून की कमी, जोड़ों की समस्या हो सकती है. मैगी खाने से हमारी याददाश्त पर भी असर पड़ता है व याददाश्त कमजोर होता है. मैगी खाने से किडनी व लीवर पर बहुत बुरा असर पड़ता है व मैगी के सेवन से न सुनने की समस्या भी हो सकती है.
- मैगी के सेवन से सिर दर्द की समस्या व भूख न लगने की समस्या भी होती है. मैगी खाने से मोटापा भी बढ़ती है.
- मैगी खाने Maggi Ke Nuksaan से पाचन तंत्र पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है. यह खाना सही तरीका से पचने नहीं देता है, जिससे पेट में दर्द होता है. गर्भवती महिलाओं के लिए मैगी बहुत ही नुकसानदायक होता है. इसमें पाये जाने वाले लीड की थोड़ी सी अधिक मात्रा गर्भ में पल रहे शिशु के आईक्यू पर असर डालता है.
- खाली पेट मैगी खाने से गैस बनता है. मैगी के सेवन से भूख नहीं लगती है. मैगी के सेवन से सुनने की समस्या व जोड़ों में दर्द भी हो सकती है. मैदा से बने होने के कारण मैगी का अधिक सेवन से यह आंत में चिपक जाती है जिससे कब्ज की समस्या व अन्य कई बीमारियाँ होने लगती है. कुल मिलाकर मैगी (Maggi Maggi Ke Nuksaan) कई प्रकार से हमारे शरीर व स्वास्थ्य को नुकसान ही पहुंचाते हैं.