MP Panchayat chunav 2022: भोपालः ओबीसी आरक्षण (OBC Reservation) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. पंचायत चुनाव (MP Panchayat chunav 2022) में ओबीसी को 27% आरक्षण देने के लिए राज्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का सर्वे पूरा हो गया है.
इसके बाद सरकार (Shivraj Government) को प्रारंभिक रिपोर्ट भी सौंप दी गई है. राज्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग ने ओबीसी को 27 % आरक्षण देने के लिए सरकार को प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी है. प्रदेश के सभी जिलों के सर्वे के बाद आयोग ने रिपोर्ट तैयार की है.
मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग ने ओबीसी वर्ग के शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक अध्यक्ष के आधार पर वोटर लिस्ट की पड़ताल के बाद रिपोर्ट तैयार की है.
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MP Panchayat chunav 2022: कोर्ट में भी प्रस्तुत हो सकती है रिपोर्ट
आयोग की सदस्य कृष्णा गौर ने बताया कि माइक्रो लेवल पर डाटा कलेक्ट किया गया है. ओबीसी वर्ग की जातियों की संख्या कितनी है. शैक्षणिक, सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर कितना है इस आधार पर डाटा कलेक्ट करने के बाद रिपोर्ट तैयार की गई है.
इस रिपोर्ट को सरकार कोर्ट में भी प्रस्तुत कर सकती है. अब आयोग की सिफारिश के अनुसार सरकार आरक्षण सीमा तय करेगी. बता दें इस रिपोर्ट के साथ ही पंचायत चुनाव कराने के लिए राज्य सरकार ने ट्रिपल टेस्ट के दो चरण पूरे कर लिए हैं.
पहला पिछड़ा वर्ग आयोग का गठन और ओबीसी वोटरों की मौजूदगी का डेटा तैयार है. मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग की स्टडी के अनुसार ओबीसी वर्ग को 35% आरक्षण मिलने की बात कही है.
35% आरक्षण की वकालत भी की
बता दें कि मप्र पंचायत चुनाव इस साल जनवरी में कराए जाने थे, लेकिन राज्य निर्वाचन आयोग ने परसीमन की प्रक्रिया के बीच चुनावों को रद्द कर दिया था. शिवराज सरकार ने कांग्रेस सरकार के समय तय परिसीमन को गलत बताया था.
इसके बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने जनवरी में प्रस्तावित चुनावों को रद्द कर दिया और आयोग ने एक बार फिर परिसीमन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए. इसी माह सभी जिलों में परसीमन का काम पूरा किया गया.
परसीमन के काम पूरा होने के बाद निर्वाचन आयोग वोटर लिस्ट के काम में जुट गया. प्रदेश में दोबारा परसीमन के बाद कई जगहों पर सीटों में बढ़ोत्तरी हुई है. भोपाल में नए सिरे से परसीमन के बाद सीटों में बढ़त हुई है.
परसीमन के बाद यहां की सीटों की संख्या 187 से बढ़कर 222 हो गई. मंदसौर जिले में 29 ग्राम पंचायतें बढ़ी. मंदसौर जिले में पहले कुल 439 ग्राम पंचायतें थीं, जो नए परसीमन के बाद बढ़कर 468 हो गई हैं.