Pension Yojana : यदि आप भी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं और सोचते है कि कैसे आपके रिटायरमेंट के बाद आपके दिन कटेंगे और बुढ़ापे के अंतिम दिन कैसे गुजरेंगे ,
तो ये खबर जरूर पढ़ें लें. आज इस लेख में हम आपको एक ऐसी योजना के बारे में बताएंगे जिससे आप रिटायरमेंट के बाद लाइफ अच्छे से गुजार पाएंगे।
इस योजना में आपको 60 नहीं बल्कि 40 की उम्र से ही पेंशन मिलना शुरू हो जाएगा। जी हां 40 की उम्र से।
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी एक ऐसी ही योजना की पेशकश ग्राहकों के लिए करती है। इस योजना का नाम सरल पेंशन योजना है।
एलआईसी सरल पेंशन योजना में आप 40 की उम्र से पेंशन का लाभ ले सकते है. एलआईसी सरल पेंशन स्कीम में एक non-linked एकल प्रीमियम व्यक्तिगत तत्काल वार्षिकी योजना है।
इस प्लान को आप अकेले या फिर अपनी पत्नी के साथ भी मिलकर ले सकते है। इसमें आपको एकमुश्त निवेश करना होता है और फिर आपको पेंशन प्राप्त होती है।
जितनी पेंशन के साथ आप की शुरुआत होगी जिंदगीभर आपको वही राशि मिलती रहेगी। इस योजना के लिए न्यूनतम उम्र 40 साल और अधिकतम उम्र 80 साल है।
इस पॉलिसी को शुरू होने के 6 महीने के बाद कभी भी सरेंडर किया जा सकता है।
मान लीजिए यदि कोई व्यक्ति हाल ही में रिटायर हुआ है और वह रिटायरमेंट के दौरान मिले पीएफ फंड और ग्रेच्युटी से मिले पैसे को इसमें निवेश करता है,
तो वो इस एकमुश्त निवेश एन्युटी खरीद सकता है। एलआईसी कैलकुलेटर के हिसाब से अगर कोई भी 22 साल का व्यक्ति 30 लाख रूपए की annuity खरीदा है, तो उसे हर महीने 12,388 रूपये की राशि पेंशन के रूप में मिलेगी।
इस स्कीम में निवेश के लिए अधिकतम सीमा तय नहीं की गई है। कोई भी व्यक्ति इस प्लान के तहत एक बार प्रीमियम भरने के बाद सालाना, छहमाही, तिमाही या मासिक आधार पर पेंशन प्राप्त कर सकते है।
Pension Yojana : दो तरह से ले सकते हैं पॉलिसी
एलआईसी सरल पेंशन योजना को सिंगल लाइफ और जॉइंट लाइफ दोनों तरिके से लिया जा सकता है. सिंगल लाइफ पॉलिसी यानी किसी एक व्यक्ति के नाम पर।
इसमें पॉलिसी धारक को जीवन काल तक पेंशन मिलती रहती है। पॉलिसीधारक की मृत्यु हो जाने परबेस प्रीमियम की राशि उसके नॉमिनी को लौटा दी जाती है।
वही दूसरा जॉइंट लाइफ में पति और पत्नी दोनों एक साथ पेंशन ले सकते है। जब तक एक पेंशन धारी जीवित रहता है उन्हें पेंशन मिलती रहती है
जब उनकी मृत्यु हो जाती है तो उसके लाइफ पार्टनर को पेंशन मिलना शुरू हो जाती है। लाइफ पार्टनर की मृत्यु के बाद पेमेंट की बेस राशि नॉमिनी को दे दी जाती है।