Ration Card: राशन कार्ड भारत में राज्य सरकारों द्वारा उन परिवारों को जारी किया गया एक आधिकारिक दस्तावेज है
जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली से रियायती खाद्यान्न खरीदने के लिए पात्र हैं।
वे कई भारतीयों के लिए पहचान के एक सामान्य रूप के रूप में भी काम करते हैं।
आपको बता दें कि जो लोग सरकार से राशन कार्ड के जरिए राशन खरीदते हैं, उनके लिए यह खबर जानना बेहद जरूरी है।
आपको बता दे राशन कार्ड के जरिए सरकार की ओर से मुफ्त राशन पाने वालों के लिए एक बड़ा अपडेट आया है।
उत्तर प्रदेश में जुलाई माह के लिए राशन का वितरण 3 से 15 जुलाई के बीच होना था, लेकिन भारतीय खाद्य निगम द्वारा राज्य के कई जिलों में अभी तक चावल की आपूर्ति नहीं की गई है.
इससे लोगों तक राशन पहुंचने में देरी हो रही है। अब तक प्रदेश की अधिकतर दुकानों पर गेहूं, चीनी, चना, तेल और नमक ही भेजा गया है. और अब वह चावल के आने का इंतजार कर रहा है।
Ration Card: राशन की दुकानों पर जल्द पहुंचेगा चावल
अधिकारियों का कहना है कि चावल जल्द ही राशन की दुकानों तक पहुंचने वाला है। इसके बाद राशन देने का काम शुरू किया जाएगा।
जुलाई माह में चावल नहीं मिलने से राशन का वितरण नहीं हो सका। वितरण व्यवस्था में गड़बड़ी के चलते जून में भी लोगों को इस तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
कार्ड धारकों को प्रति यूनिट दो किलो गेहूं, तीन किलो चावल, एक किलो चना, एक किलो नमक और एक लीटर तेल दिया जाता है। वहीं अंत्योदय कार्ड धारकों को तीन किलो चीनी रियायती दर पर दी जाती है।
राशन कार्ड धारक इंतजार करने को मजबूर
दरअसल, राशन की दुकानों पर चावल का आवंटन नहीं होने के कारण प्वाइंट ऑफ सेल्स मशीन (PoS) राशन वितरण की अनुमति नहीं दे रही है.
इससे राशन कार्डधारकों को इंतजार करना पड़ रहा है। चावल की आपूर्ति में देरी की जानकारी मिलने पर पता चला कि भारतीय खाद्य निगम के गोदाम में ऑडिट के कारण चावल की दुकानों तक पहुंचने में देरी हो रही है.
उम्मीद है कि चावल जल्द ही राशन की दुकान पर पहुंच जाएगा और उनका वितरण शुरू हो जाएगा।