Small Business Ideas: हमने अक्सर देखा की कोरोना काल के बाद से ही लोग घर बैठे कमाना चाहते है।
लेकिन किसी के पास खेती होने पर वह सब छोड़ के खेती करता है।लेकि। उसमे भी असफल हो जाता है।
खेती करते तो है लेकिन मनचाहा रुपया नही मिल पाताहै।
इस लिए हम इन सभी समस्याओ के समाधान लेकर आते रहते है। जिसे आप देख कर पढ़ कर समाधान कर सकते है।
और 25 हजार रु की लागत लगाकर आप 1 लाख रु महीना तक निकाल सकते है। इसके लिए आपको इस पोस्ट को अच्छी तरह से पढ़ना होंगे जिससे की बाद में आपको किसी तरह की समस्या न हो पाये।
देखे
Small Business Ideas:
मोती की खेती के लिए किन-किन चीजों की जरूरत होती है?
छोटे स्तर पर टैंक या तालाब, सीप (जिसमें मोती तैयार किए जाते हैं) और प्रशिक्षण, मोती की खेती के लिए इन तीन चीजों की आवश्यकता होती है।
अगर आप बड़े पैमाने पर करना चाहते है तो आपको तालाब की जरुरत होगी। आप चाहें तो अपने खर्चे पर तालाब खुदवा सकते हैं या सरकार जो 50% सब्सिडी देती है।
सीप भारत के कई राज्यों में पाए जाते हैं। हालांकि, दक्षिण भारत और बिहार के दरभंगा में पाए जाने वाले सीपों की गुणवत्ता अच्छी मानी जाती है।
सीप व्यवसाय के प्रशिक्षण के लिए देश भर में कई संस्थान भी हैं। आप मध्य प्रदेश के होशंगाबाद और मुंबई से मोती की खेती कैसे करें की ट्रेनिंग भी ले सकते हैं।
सबसे पहले सीपियों को जाल में बांधकर 10 से 15 दिन के लिए टैंक या तालाब में डाल दिया जाता है, ताकि वह अपने अनुसार अपना वातावरण बना सके।
इसके बाद शिप को बाहर निकालकर उसकी सर्जरी की जाती है। सर्जरी का मतलब है कि सीप के अंदर एक कण या मोल्ड डाला जाता है।
इस सांचे पर कोटिंग के बाद सीप लेयर बनाते हैं, जो बाद में मोती बन जाती है।
एक सीप तैयार करने में करीब 25 से 35 रुपये का खर्च आता है, वहीं एक सीप से दो मोती अच्छी तरह तैयार होने पर एक मोती कम से कम 120 रुपये में बिकता है।
अगर क्वालिटी अच्छी हो तो एक मोती की कीमत 200 रुपए से भी ज्यादा हो सकती है। एक एकड़ के तालाब में अगर आप करीब 25 हजार सीपियां डालेंगे तो करीब 8 लाख रुपए खर्च होंगे।