Solar Pumps Subsidy: देश मे केंद्र व राज्य सरकार देश मे किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए कई तरह की योजनाए समय समय पर लाती रहती है ।
आज यहा हम किसानों के लिए सरकार द्वारा सोलर पम्प पर दी जाने वाली सब्सिडी के बारे मे बताएगे . तो चलिए जानते है सरकार इस योजना मे किसानों को कितना व कैसे लाभ देती है .
सोलर पंप पर सब्सिडी (Solar Pumps Subsidy):
सोलर पंप का उपयोग कर किसान सिंचाई की जरूरत तो पूरी कर ही सकते हैं. इसके अलावा, अपने अन-उपजाऊ जमीन पर सोलर संयंत्र लगा कर हर महीने एक बढ़िया आय कमा भी सकते हैं.
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आपको बता दें कि एक मेगावट सौर उर्जा सयंत्र की स्थापना के लिए लगभग 4 से 5 एकड़ भूमि की जरूरत होती हैं.कई बार बिजली की समस्याओं के कारण से किसानों को फसलों की सिंचाई के दौरान ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है.
ऐसे में किसानों के लिए सरकार की पीएम कुसुम योजना बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है.
बता दें कि इस योजना के तहत देश की केंद्र और राज्य सरकारे किसानों को सोलर पंपों पर सब्सिडी प्रदान करती है.
लगभग 15 लाख बिजली यूनिट का उत्पादन
सोलर पंप से किसान अपने खेतों की सिंचाई कर ही सकते हैं.इसके अलावा अपने अनउपजाऊ जमीन पर सोलर संयंत्र लगा कर हर महीने कुछ आय भी कमा सकते हैं.
विशेषज्ञों के मुताबिक , एक मेगावट सौर उर्जा सयंत्र की स्थापना के लिए लगभग 4 से 5 एकड़ भूमि की जरूरत होती हैं.
इससे एक साल में लगभग 15 लाख बिजली यूनिट का उत्पादन किया जा सकता है. और बिजली विभाग द्वारा इसे लगभभ 3 रुपये 7 पैसे के टैरिफ पर खरीदा जाता है.
ऐसे में किसान सोलर पंप संयंत्र से आराम से सालाना 45 लाख तक की आय भी हासिल कर सकता है.
सोलर पंप पर 60% की सब्सिडी
केंद्र सरकार की इस कुसुम योजना के तहत किसान, किसान पंचायत, सहकारी समितियों का समूह सोलर पंप लगाने के लिए आवेदन कर सकता है.
इस योजना के तहत सरकार किसानों को सोलर पंप पर 60% की सब्सिडी प्रदान करती है. इसके साथ लागत का 30% लोन भी सरकार द्वारा किसान को दिया जाता है.
और किसानों को केवल इस प्रोजेक्ट 10 प्रतिशत रुपये खर्च करना पड़ता है.राज्य सरकारें केंद्र के साथ मिलकर इसे अपने-अपने स्तर पर इस योजना को संचालित करती है.
ऐसे में किसान अपने-अपने राज्यों के विद्युत विभाग से संपर्क कर अन्य सारी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं.
बता दें कि इस योजना के तहत विभाग बंजर जमीन पर किसानों को 10,000 मेगावाट विकेंद्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना करेंगे, जो बंजर भूमि पर ग्रिड से जुड़े हुए हैं.
इस योजना के तहत, किसानों को सौर कृषि पंप स्थापित करने के लिए 17.50 लाख तक का फंड भी दिया जाता है.