variety of Mushroom: अक्सर किसानो द्वारा खेती तो की जाती है लेकिन मुनाफे वाली खेती के बारे में कम ही किसानो को पता होता है हम आपके लिए हर बार किसानो के लिए खेती से जुडी खबरों को लेकर आते है इस लिए थोडा समय निकालकर आप हमारी पुराणी वाली पोस्ट को भी देख सकते है।
आज हम बात करेंगे मशरूम की खेती की इसे कई इलाको में कुकुरमुत्ता भी कहते है इस खेती को खरने पर यह लाखो की बम्पर कमाई का मौका देती है लेकिन इसमें कुछ वेराइटी ऐसी होती है जो अधिक उत्पादन करअच्छी कमाई करवाती है।
इस मशरूम की कीमत बाजारों में 150 से 200 रु प्रति किलो के हिसाब से बिकती है इससे आब यह अंदाजा लगा सकते है की आपको कितना अधिक फायदा देखने के लिए मिलेंगा इस तरह से आपको मशरूम की एक बेस्ट वेरायटी आती है जिसका नाम है ब्लू ऑयस्टर नाम की होती है जिसे लगाने से अधिक उत्पादन होता है
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variety of Mushroom: ब्लू ऑयस्टर की खेती करने करने का सही तरीका
ब्लू ऑयस्टर मशरूम की खेती के लिए सबसे पहले खेतो में पुआल तैयार किया जाता है। इसे आप सोयाबीन की खोई, गेहूं के भूसे, धान के पुआल, मक्का के डंठल, तिल, अरहर, बाजारा, गन्ने की खोई, सरसों के पुआल, कागज के कचरे, कार्डबोर्ड, लकड़ी के बुरादे जैसे कृषि अवशिष्टों तैयार कर सकते हैं।
इसके बाद आप पुआल को पॉलीथिन बैग में सही से भरकर बिजाई के लिए अच्छे से तैयार कर लें और फिर सभी बैग के मुंह को बांध दें। इसके बाद उन सभी बैगों में 10 से 15 छेद कर दें। अंत में इन्हें किसी अंधेरे और एकांत कमरे में बंद करके छोड़ दें।
विशेषज्ञों के अनुसार 15-17 दिनों में प्लास्टिक बैग में मशरूम का कवक जाल पूरी तरह से फैल जाएगा। वहीं करीब 23-24 दिनों बाद ये पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे जिसकी आप तुड़ाई कर सकते हैं।
इस तरह से आप इसे जानकार अपने खेतो में लगा सकते है हम इसके बारे में और भी पोस्ट लेकर आये जो आपको हमारे ग्रुप पर प्रतिदिन देखने के लिए मिलेंगी।