Vedic Clock And Vedic App: विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल की नगरी अवंतिका में जून माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दौरा तय है. प्रधानमंत्री 752 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हो रहे महाकाल मंदिर विस्तरिकरण के पहले चरण लोकार्पण करेंगे.
इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी देश दुनिया को सनातन संस्कृति से जुड़ा एक बड़ा उपहार दे सकते हैं. जिसकी तैयारियां जोरों पर है. प्रधानमंत्री राजा विक्रमादित्य की नगरी में विश्व की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी और वैदिक एप्प की लॉन्चिंग कर सकते हैं.
Vedic Clock And Vedic App: क्या है एप और घड़ी की खासियत
घड़ी की खास बात यह है कि घड़ी ग्रीनविच (24 घंटे समय) पद्दति और हिंदू कालगणना के अनुसार 30 घंटे की समय पद्दति को एकसाथ दर्शाएगी.
वहीं वैदिक एए की बात करें तो इसके माध्यम से विक्रम संवत 2079 के अनुसार पंचाग, सूर्योदय व सूर्यअस्त के समय से लेकर समय गणना, राहु काल, मुहूर्त काल, शुभ मुहूर्त की सटीक जानकारी देश दुनिया के सामने होगी.
एप बनाने वाले आरोह श्रीवास्तव ने क्या बताया
जल्द ही एप्प की लॉन्चिंग हो जाएगी. इसे सनातन धर्म की जानकारियों के साथ साथ विक्रम संवत 2079 के अनुसार डिज़ाइन किया गया है, जिसमें पंचाग, तिथि, अलग-अलग क्षेत्रो में सूर्योदय व सूर्यास्त के समय को देखा जा सकेगा.
इंडियन स्टैंडर्ड टाइम, हिन्दू कालगणना अनुसार निर्धारित समय व कई तरह से धर्म और आस्था को मधत्व देने वाली ये एप होगी.
लॉन्चिंग के बाद ही एप को गूगल प्ले स्टोर से लोग निःशुक्ल डाउनलोड कर सकेंगे. प्ले स्टोर इसका नाम विक्रमादित्य वैदिक एप होगा. खास बात यह है कि ब्रह्म मुहूर्त में जगाने ले लिए अलार्म सेट कर सकेंगे.
वैदिक घड़ी के बारे में जानिए
वैदिक घड़ी की खास बात यह है कि घड़ी ग्रीनविच (24 घंटे समय) पद्दति और हिंदू कालगणना के अनुसार 30 घंटे की समय पद्दति को एकसाथ दर्शाएगी.
घड़ी को ऋग्वेद के अनुसार बांटा गया है, जिसमें 30 घंटे, 30 मिनट व 30 सेकंड का चक्र है. घड़ी को पहले शहर के मध्य टावर चोक पर लगाये जाने की योजना थी जिसे अब मंदिर के रुद्रसागर में लगाया जाएगा. सम्भवतः पीएम नरेंद्र मोदी इसकी लॉन्चिंग करेंगे.
प्राचीन गौरव को स्थापित करने के लिए उठाया गया कदम
ज्योतिषों व संतो के अनुसार ऐसा माना जाता है उज्जैन से महाकाल काल को नियंत्रण में रखते हैं. समय का चक्र यहीं से शुरू हुआ है और इन्ही बातों को ध्यान में रख कर शासन प्रशासन नगरी को सदियों बाद एक बड़ी सौगात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के माध्यम से उनके आगमन पर दे सकता है. इसकी तैयारियां भी जोरो पर हैं.