गाजर का उपयोग सब्जी, सलाद, हल्वा व आचार आदि बनाने में किया जाता है

गाजर की खेती गाजर के अच्छे उत्पादन के लिए गाजर को गहरी, ढीली दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती

गाजर के लिए भूमि की तैयारी भूमि की अच्छी तरह जुताई करें और भूमि को खरपतवार और ढेले से मुक्त करें

गाजर की बुवाई का समय अगस्त-सितंबर गाजर की स्थानीय किस्मों की बुवाई के लिए सबसे अच्छा समय है

जबकि अक्टूबर-नवंबर का महीना यूरोपीय किस्मों के लिए आदर्श है.

गाजर की बुवाई कैसे करें गाजर की अच्छी उपज के लिए बीजों को 1.5 सेमी की गहराई पर बोएं.

पंक्ति से पंक्ति की दूरी 45 सेमी और पौधे से पौधे की दूरी 7.5 सेमी रखें.

गाजर की खेती की सिंचाई बुवाई के बाद पहली सिंचाई करें, इससे अच्छे अंकुरण में मदद मिलेगी

उखाड़ने के बाद गाजर से पत्ते हटा दें. इसके बाद गाजर को धो लें.

गाजर फसल कटाई के बाद कटाई के बाद आकार के आधार पर गाजर की ग्रेडिंग की जाती है.

जिसके बाद आपके गाजर बाजार बाजार में बिकने को तैयार हो जाएंगे