Wheat News: इस साल देश मे गेहूं की बंपर पैदावार हो रही है। गेहुं की दुनिया में मांग बढ़ने से भारत से गेहूं का निर्यात भी काफी बढ़ा है। गेहुं खरीदी के लिए मंडियों में किसानों को MSP से ज्यादा कीमत गेहूं पर मिल रही है। अब अच्छी कीमत पर फसल बिकने से किसानों के चेहरे खिले हुए हैं।
आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह सुस्त पड़ी ग्रामीण अर्थव्यवस्था में जान फूंकने का काम जरूर करेगी। किसानों के हाथ में पैसा आने से ग्रामीण क्षेत्रों में मांग भी बढ़ेगी। और यह सब भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार तेज करने का काम करेगा।
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Wheat News: देश मे गेहूं की रिकॉर्ड पैदावार होने की उम्मीद
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी अग्रिम अनुमान के मुताबिक वर्ष 2021-22 के दौरान गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 111.32 मिलियन टन होने का अनुमान लगाया है। यह पिछले पांच वर्षों के 103.88 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में लगभग 7.44 मिलियन टन अधिक है।
हालांकि, जलवायु में हालिया बदलाव प्रमुख उत्पादक राज्यों के कुछ हिस्सों में पैदावार को प्रभावित होने की भी आशंका जताई जा रही है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसका असर सामान्य होगा। गेहूं की पैदावार पर कोई फर्क देखने को नहीं मिलेगा।
किसानों को एमएसपी से ज्यादा मिल रही कीमत
देश मे भोपाल की करोंद अनाज मंडी में गेहूं की कीमत वर्तमान कीमत 2200 रुपये प्रति क्विंटल से 2300 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है। वहीं, अच्छी क्वालिटी के गेहूं तो 3,000 रुपए प्रति क्विंटल तक भी बिक रहे हैं।
मतलब सरकारी दर से (एमएसपी) से कुल 985 रुपये ज्यादा। बता दे कि भारत में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 2,015 रुपये प्रति क्विंटल है।
देश की दूसरी मंडियों में भी गेहूं की कीमत अब बढ़ रही है। मध्य प्रदेश की खंडवा, हरदा जैसी मंडियों में भी गेहूं की कीमत एमएसपी से ऊपर ही चल रही है।
जानकारों अनुसार किसान और व्यापारियों के लिए सही समय
कृषि निर्यात मामलों के जानकारों का कहना है कि सरकार अगर निर्यात मामलों को लेकर अब सजग हो जाए तो से किसानों के साथ-साथ निर्यातकों के लिए भी यह काफीअच्छा समय है। ग्लोबल मार्केट में अप्रैल-मई तक गेहूं की मांग तो बनी रहेगी।
ऐसे में आने वाला दो-तीन महीना भारत के निर्यात के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक , इस बार भारत से गेहूं का निर्यात 70 लाख टन के स्तर को पार भी कर सकता है। इस बार देश इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, हरदा, छिंदवाड़ा, दतिया से बांग्लादेश, इंडोनेशिया, श्रीलंका, यूएई, वियतनाम जैसे देशों को बंपर निर्यात किया जा रहा है गेहुं का रेट 2022,
वहीं भोपाल, गुना, टीकमगढ़, मुरैना, ग्वालियर और अन्य जिलों से मिस्त्र, फिलीपींस, जिंबाब्वे और तंजानिया को भी भारी मात्रा में गेहूं का निर्यात करने की संभावना है।