World Population Day 2022: बढ़ती जनसंख्या पूरे विश्व के लिए बड़ी चुनौती है। अलग-अलग देशों में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर तमाम प्रयास हो रहे हैं,
भारत में जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने को लेकर चर्चा हो रही है। परिवार नियोजन के लिए पहले से कई जागरुकता अभियान व अन्य प्रयास सरकार कर रही है।
परिवार नियोजन ऐसा विषण है- जिसमें महिला और पुरुष दोनों की बराबर भागीदारी जरूरी है, दोनों का ही जागरूक होना जरूरी है।
लेकिन मध्यप्रदेश में स्थिति अलग है- यहां परिवार नियोजन की जिम्मेदारी सिर्फ महिलाओं पर है। यही वजह है कि प्रदेश में 1 प्रतिशत पुरुष भी ऐसे नहीं हैं,
जिन्होंने नसबंदी करवाई हो। सिर्फ 0.7 प्रतिशत पुरुष ही नसबंदी कराते हैं, जबकि मध्यप्रदेश की महिलाएं परिवार नियोजन के प्रति पुरुषों की तुलना में अधिक जागरूक हैं। प्रदेश की 51.9 प्रतिशत महिलाएं नसबंदी करवाती हैं।
World Population Day 2022
यह खुलासा नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे-5 की रिपोर्ट में हुआ। पढ़िए पूरी रिपोर्टः
मध्यप्रदेश: यहां शहर से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं जागरुक: प्रदेश के 43552 परिवारों पर यह सर्वे किया गया। जिसमें 48410 महिलाएं और 7017 पुरुषों पर सर्वे किया गया।
मध्यप्रदेश की जिन महिलाओं पर सर्वे हुआ, उनमें सामने आया कि शहर की 41.5 प्रतिशत महिलाओं ने नसबंदी कराई, जबकि ग्रामीण क्षेत्र की रहने वाली 55.7 प्रतिशत महिलाओं ने नसबंदी कराई।
यानी शहर की तुलना में ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं परिवार नियोजन के प्रति अधिक जागरुक हैं। मध्यप्रदेश की जिन महिलाओं पर सर्वे हुआ, उनमें कुल 51.9 प्रतिशत महिलाओं ने नसबंदी कराई।
-शहर के 0.8 प्रतिशत पुरुष और ग्रामीण क्षेत्र के 0.7 प्रतिशत पुरुषों ने नसबंदी कराई। 7015 में से महज 0.8 प्रतिशत पुरुषाें ने ही नसबंदी कराई।
-2015-16 में हुए सर्वे में प्रदेश की 42.2 प्रतिशत महिलाओं के नसबंदी कराने की जानकारी सामने आई थी, यानी महिलाओं में जागरुकता बढ़ी है। वहीं पिछले सर्वे के दौरान 0.5 प्रतिशत पुरुषों के नसबंदी कराने की जानकारी सामने आई थी।
चार बड़े शहर…जबलपुर की महिला सबसे ज्यादा और ग्वालियर की सबसे कम जागरुकः
शहर- महिला- पुरुष
भोपाल- 46.4 प्रतिशत- 0.6 प्रतिशत
इंदौर- 47.9 प्रतिशत- 1.0 प्रतिशत
ग्वालियर- 36.5 प्रतिशत- 0.2 प्रतिशत
जबलपुर- 74.1 प्रतिशत- 0.8 प्रतिशत
2015-16 में हुए सर्वे में यह थी स्थिति, महिलाओं में बढ़ रही जागरुकता:
शहर- महिला- पुरुष
भोपाल- 32.9 प्रतिशत- 0.5 प्रतिशत
इंदौर- 37.3 प्रतिशत- 0.5 प्रतिशत
ग्वालियर- 33.7 प्रतिशत- 0.1 प्रतिशत
जबलपुर- 54.1 प्रतिशत- 0.3 प्रतिशत
ये आंकड़े चौंकाते हैं: बालाघाट के पुरुष प्रदेश में सबसे आगे:
बालाघाट- महिला- पुरुष
60.4 प्रतिशत- 4.7 प्रतिशत
2015-16 में यह थी स्थिति: बालाघाट में 51.5 प्रतिशत महिलाओं ने नसबंदी कराई, जबकि 2.1 प्रतिशत पुरुषों ने कराई नसबंदी।
11 जुलाई को मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस: विश्व में बढ़ती जनसंख्या को रोकने 11 जुलाई 1989 को यूनाइटेड नेशंस ने जनसंख्या दिवस मनाया था। इसके बाद हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है।