Ford Motor: वाहन निर्माता कंपनी इन दिनों विवादों में घिरी हुई है. कंपनी को जर्मनी के म्यूनिख कोर्ट (Munich court) ने वाहन बेचने या निर्माण करने से रोक दिया था, अगर वह माइक्रोचिप्स पर विवाद को नहीं सुलझाती है.
Ford Motor: वाहन में मौजूद है 4G वायरलेस चिप्स
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जर्मन पत्रिका Wirtschaftswoche की रिपोर्ट के अनुसार, Ford Motors में 4G वायरलेस चिप्स (4G Wireless Chips) शामिल हैं, जिसके लिए कंपनी ने लाइसेंसिंग फीस का भुगतान नहीं किया है.
अगर फोर्ड वादी के साथ कोई समझौता नहीं करता है तो कोर्ट के इस निर्णय को दो सप्ताह में लागू किया जा सकता है.
कंपनियों ने दायर किया मुकदमा
रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी कार निर्माता पर पेटेंट के लिए 4जी मोबाइल टेलीकॉम कंपनियों द्वारा मुकदमा दायर किया गया है. हालांकि, विशिष्ट कंपनियों के नामों का खुलासा नहीं किया गया है,
लेकिन इस ऑटोमोबाइल कंपनी (Automobile Company) के खिलाफ आईपी ब्रिज नामक एक संपत्ति प्रबंधन कंपनी द्वारा मामला दर्ज किया गया था.
फॉक्सवैगन पर भी लग चुका है आरोप
यह पहली बार नहीं है जब इस जापानी कंपनी ने संचार प्रौद्योगिकी पेटेंट के लिए किसी ब्रांड पर मुकदमा दायर किया है. फोर्ड से पहले, जर्मनी स्थित वो फॉक्सवैगन (Volkswagen) पर उसी कंपनी द्वारा मुकदमा दायर किया गया था.
हालांकि, जर्मन ब्रांड ने अवांसी नाम की कंपनी से पेटेंट लाइसेंस खरीदकर दावों का निपटारा किया, जिसके पास लगभग 48 मालिकों से पेटेंट था.
जर्मनी में सख्त हैं पेटेंट कानून
जर्मनी के सख्त पेटेंट कानूनों के कारण, फोर्ड मोटर अगर निपटारे के दावों को अंतिम रूप नहीं देती तो कंपनी की कारों को वापस बुलाया जा सकता है.