Big News: उप संचालक कृषि केपी भगत ने बताया कि यूरिया की 45 किग्रा पैकिंग में 266.50 प्रति बोरी दर निर्धारित की गई है।
इसी तरह 50 किग्रा पैकिंग में डीएपी 1350 रुपए प्रति बोरी, सि. सु. फा. (पाउडर) 274.50 रुपए प्रति बोरी, सि. सु. फा. (दानेदार) 300 रुपए प्रति बोरी, पोटाश 1700 रुपए प्रति बोरी एवं एनपीके (12:32:16) 1470 रुपए प्रति बोरी दर निर्धारित की गई है। इसी तरह 500 एमएल नैनो यूरिया की दर 240 रुपए निर्धारित की गई है।
किसानों को सलाह दी गई है कि जब भी रासायनिक उर्वरक क्रय करने जाएं तो क्रय किये गये उर्वरक का भुगतान ऑनलाइन क्यूआर कोड के माध्यम से करें।
ऐसा नहीं कर सकते हैं तो नकद में उपरोक्त दर से भुगतान करें। साथ ही क्रय किये गये उर्वरकों का बिल (देयक) अवश्य लें।wheat prices
Big News अधिक मूल्य पर उर्वरक विक्रय की दें सूचना
किसानों से अपील की गई है कि विक्रेता द्वारा अधिक मूल्य पर उर्वरक विक्रय किया जाता है तो इसकी सूचना संंबंधित क्षेत्र के कार्यालय के मोबाइल नंबरों पर दें। शिकायत या सूचना देने के लिए नंबर नीचे दिए गए हैं-
बैतूल: अलका कुड़ापे- 8989950314
चिचोली : आरके कजोड़े- 9589647223
घोड़ाडोंगरी एवं शाहपुर: आरके उइके- 9691690514
मुलताई: अशोक पारधी- 7389586978
आमला: गोपाल साहू- 9827306873
प्रभात पट्टन: संगीता मवासे, 8770196335
भैंसदेही: एसएन मोरे, 9752561936
भीमपुर: एमएल करोचे, 7697458663
आठनेर: आरडी सिंगारे, 9926357096
बैतूल: जिला कार्यालय उप संचालक कृषि- 8889007086
प्राकृतिक खेती के लिए किसान करवा सकते हैं ऑनलाइन पंजीयन
प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के इच्छुक कृषकों के पंजीयन के लिए पोर्टल तैयार किया गया है। जिसमें किसान प्राकृतिक खेती के लिए ऑनलाइन पंजीयन करा सकते हैं। किसान मोबाइल पर विभागीय वेबसाइट http://zbnf.mpkrishi.org/ टाइप करें। पोर्टल पर पंजीयन तीन स्टेप में होगा।
जिसमें कृषक की जानकारी, मोबाइल का वेरीफिकेशन एवं अन्य जानकारी फीड कर सबमिट की जाएगी। उक्त प्रक्रिया पूर्ण कर लेने पर किसान का प्राकृतिक खेती के लिए पंजीयन हो जाएगा।
मध्य प्रदेश शासन द्वारा नामांकित मास्टर ट्रेनर एचजे जिंदल (गुजरात) द्वारा मैदानी प्रसार कार्यकर्ताओं को प्राकृतिक खेती करने हेतु प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
प्राकृतिक खेती के पंजीयन के संंबंध में किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या हो तो संबंधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, एटीएम/बीटीएम एवं विकासखंड स्तर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।