Cheetahs in Kuno: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने वन्य प्राणी संरक्षण के लिए अहम कदम उठाया है । उन्होंने नामीबिया , दक्षिण अफ्रीका से चीते (Cheetahs) भारत मगवाए हैं और उन चीतों को आज प्रधान मंत्री नरेंद्र जी के जन्मदिन के दिन पर मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा जाएगा।वन्य जीवों (wildlife) को बचाने के लिए नरेंद्र मोदी जी और भाजपा सरकार ने जो प्रयास किए है वो अब रंग ला रहे हैं ।
सन 2014 में भारत के कुल भूभाग में से मात्र 4.9 प्रतिशत संरक्षित क्षेत्र था जो की अब यह बढ़कर 5.03 प्रतिशत हो गया है ।पिछले कुछ सालो में बहुत अधिक वृक्षारोपण करवाए गए है जिसके कारण वन एवं वृक्ष का क्षेत्र पिछले कुछ वर्षो में 16 हजार वर्ग किलोमीटर बढ़ा गया है ।भारत दुनिया के उन कुछ देशों में से एक है जहां वन क्षेत्र लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उन चीतों जिनकी उम्र मात्र 4 से 5 साल की है उनको कुनो पार्क मैं छोड़ते हुआ कहा कि ये चीते आज लगभग 75 सालो के बाद देश लाए गए है और मैं अपने देश वासियों से अनुरोध करता हु कि वो खड़े होकर उनका स्वागत करे ।
कुनो राष्ट्रीय उद्यान को नामीबिया से लाए गए चीतों के लिए नया घर चुना गया है क्योंकि मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान और उसके आसपास के क्षेत्रों में वन और कई प्रकार की वनस्पतियों का सबसे अनूठा संयोजन है।
कुनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना सन् 1981 में हुई थी । यह राष्ट्रीय उद्यान विद्याचल पहाड़ों के उत्तरी दिशा में स्थित है और यह लगभग 344.686 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। इसका नाम चंबल नदी की एक सहायक नदी कुनो के नाम पर रखा गया है।
इस राष्ट्रीय उद्यान में भारतीय तेंदुआ , जंगली बिल्ली , सुस्त भालू , ढोल , भारतीय भेड़िया , सुनहरा सियार , धारीदार लकड़बग्घा और बंगाल लोमड़ी ,अनगुलेट्स में चीतल , सांभर हिरण , नीलगाय , चार सींग वाले मृग , चिंकारा , काला हिरण और जंगली सूअर और बहुत सी जानवरो की प्रजातियां संरक्षित की गई है यह 1,900 से ज्यादा जंगली ज़ेबू पाए जाते है ।
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