Financial Tips : कोविड-19 महामारी ने हमें वित्तीय सुरक्षा की जरूरत समझा दी है. बाजार और रोजगार की स्थितियां धीरे-धीरे पटरी पर तो आ रही हैं,
लेकिन हमें अब नए सिरे से रणनीति बनाने पर सोचना होगा. अपने साथ परिवार के भविष्य को भी वित्तीय रूप से सुरक्षा देना अब बेहद जरूरी हो गया है.
आप किस तरह भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं, इसे लेकर क्लियर के फाउंडर व सीईओ अर्चित गुप्ता की सलाह पर अमल किया जा सकता है.
Financial Tips
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1- आय के सिंगल स्रोत पर निर्भर न रहें
महमारी के दौरान और बाद में भी अधिकांश कारोबार प्रभावित हुए और कंपनियों को लागत घटाने पर मजबूर कर दिया.
दुनिया एक बार फिर मंदी की ओर देख रही है और कंपनियों ने छंटनी शुरू कर दी है. जो लोग आजीविका के लिए पूरी तरह वेतन पर निर्भर थे,
उन्हें इस दौरान काफी परेशानी उठानी पड़ी और आगे भी मुश्किलें आने का जोखिम है. अगर आप निजी क्षेत्र में नौकरी करते हैं,
जहां जोखिम ज्यादा है तो आय के कई स्रोत बनाना बेहद जरूरी है. इसके लिए खर्चे कम और ज्यादा निवेश की आदत बनाएं.
2–लक्ष्य पूरा होते ही जोखिम वाली जगहों से निकाल लें पैसे
हर कोई विशेष लक्ष्य के लिए निवेश करता है और ज्यादा रिटर्न के लिए जोखिम भी उठाता है. अगर ऐसे विकल्पों में पैसे लगाए हैं और आपकी जरूरत पहले ही पूरी हो गई,
तो अपने निवेश को सुरक्षित विकल्पों में ट्रांसफर कर लेना चाहिए. इससे आपका पैसा बाजार की अस्थिरता से प्रभावित नहीं होगा.
शेयर बाजार तेजी से रिटर्न तो देता है लेकिन यह कई तरह के भू-राजनैतिक कारकों से प्रभावित रहता है.
मौजूदा समय में रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताइवान के बीच जारी तनाव की वजह से बाजार पर दबाव दिख रहा है.
3–वेतन का छह गुना आपात फंड जरूरी
रोजगार की स्थिति प्रभावित होने पर ज्यादा जोखिम से बचने के लिए अपनी जरूरतों का विश्लेषण करना होगा. हर निवेशक को यह सुनिश्चित करना होगा कि अपने खाते में पर्याप्त धन जमा कर लिया है.
आपात फंड को बचत खाते में रखने के बजाय लिक्विड फंड में जमा करने पर विचार कर सकते हैं.
यह नियमित बचत बैंक खाते की तुलना में अधिक रिटर्न देता है. साथ ही आप जब चाहें इससे निकासी भी कर सकते हैं.
4–बीमा…सुरक्षा के लिए सबसे जरूरी चीज
कोरोना महामारी ने दिखा दिया कि अस्पताल में भर्ती होना कितना महंगा पड़ सकता है. बढ़ती महंगाई में आपके पास एक सही स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी होना जरूरी है.
वरना परिवार में किसी एक की बीमारी महीनों की बचत खत्म कर देगी. पॉलिसी में यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी आश्रित इसमें कवर हो सकें.
अगर आपके नियोक्ता ने बीमा दिया हो तो भी अपनी तरफ से पर्याप्त पॉलिसी कराना चाहिए. आप अकेले कमाने वाले हैं तो स्वास्थ्य बीमा के साथ टर्म पॉलिसी लेना भी समझदारी होगी.
किसी अनहोनी की स्थिति में आपके बाद होम लोन या अन्य देनदारियों का बोझ आश्रितों पर न आए. पर्याप्त कवर वाला टर्म बीमा आपकी ये मुश्किल खत्म कर सकता है.