Home Loan Tips: पिछले कुछ सालों में रियल एस्टेट सेक्टर में काफी तेजी देखने को मिली है। लोग होम लोन लेकर अपने सपनों का घर खरीदते हैं। अब होम लोन लेना बेहद आसान हो गया है।
सरकारी और प्राइवेट बैंक अपने ग्राहकों को लोन उपलब्ध कराते हैं। होम लोन का भुगतान लंबे समय में किया जाता है। ऐसे में एक समय बाद ईएमआई बोझ की तरह लगने लगती है।
आज हम आपको कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं। जिससे अपनाकर आप अपने होम लोन का भार कम कर सकते हैं।
1. प्री-पेमेंट
Table of Contents
अगर आप प्री-पेमेंट का ऑप्शन चुनते हैं, तो जल्द अपना होम लोन चुका सकते हैं। अगर आपके पास कुछ पैसे जमा हो जाएं। उससे प्री-पेमेंट कर दीजिए। प्रिंसिपल अमाउंट कम हो जाएगा।
लोन के समय और ईएमआई में कमी ला सकते हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नियमों के मुताबिक बैंक या एनबीएफसी फ्लोटिंग रेट पर होम लोन लेने वाले किसी भी ग्राहक से प्री-पेमेंट के लिए कोई पेनाल्टी नहीं ले सकते हैं।
2. होम लोन बैलेंस ट्रांसफर
अगर आपने किसी बैंक से कर्ज लिया है। वह दूसरी बैंक में कम ब्याज पर लोन दे रहा है। तब आप अपना बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं। हालांकि बैलेंस ट्रांसफर के लिए प्रोसेसिंग फीस देनी पड़ती है।
3. ज्यादा ईएमआई का भुगतान
अगर आपकी सैलरी में वृद्धि हुई है। तब आप ज्यादा ईएमआई का भुगतान कर सकते हैं। ऐसे में आपको अपनी ईएमआई बढ़वा लेनी चाहिए। इससे लोन की अवधि कम होगी।
एक बार होम लोन का समय कम करवा लिया। तब ऋण के कुल रकम में काफी कमी आएगी।
4. होम लोन Home Loan की अवधि में कमी
होम लोन की कुल लागत पर निर्भर करता है कि कितने साल का ऋण ले रहे हैं। 25 से 30 साल के लोन से ईएमआई में कमी आती है। वहीं ज्यादा लोन ले पाते हैं। जबकि 10 से 15 वर्ष के लोन में कम ब्याज देना पड़ता है। वह लोन भी जल्द खत्म हो जाता है।