Tyre Pressure for Car: अगर आप सोच रहे हैं कि कार का माइलेज अचानक कम कैसे हो गया या आपका स्टीयरिंग किसी एक तरफ क्यों भाग रहा है, तो रुककर अपनी गाड़ी का टायर चेक कर लाजिए.
ऐसा अक्सर टायर प्रेशर में गड़बड़ी के चलते होता है. कार में टायर प्रेशर कम या ज्यादा होना, दोनों ही नुकसानदायक हैं. इससे माइलेज तो प्रभावित होता ही है, साथ ही एक्सीडेंट होना का खतरा भी रहता है.
अधिकतर लोगों को नहीं पता होगा कि उन्हें अपनी कार में कितनी हवा रखनी चाहिए. यहां हम यह पता करने का तरीका बताने जा रहे हैं, जो कि बहुत आसान है.
किसी गाड़ी के टायर में कितना प्रेशर होना चाहिए, यह हजारों परीक्षणों और कैलकुलेशन के बाद निर्धारित किया जाता है. हर वाहन के लिए टायर प्रेशर अलग-अलग हो सकता है.
अधिकतर गाड़ियों में टायर प्रेशर की जानकारी ड्राइवर के दरवाजे के अंदर लिखी होती है. यहां एक स्टिकर लगा होता है, जिसमें अगले और पिछले टायर के लिए सही प्रेशर के आंकड़े लिखे होते हैं.
अगर आपकी गाड़ी के ड्राइवर डोर पर कोई स्टिकर नहीं है, तो आप यूजर मैनुअल में सही जानकारी पा सकते हैं. सामान्य टायर प्रेशर आमतौर पर 32 से 40 psi (पाउंड प्रति स्क्वायर इंच) के बीच होता है.
यह प्रेशर टायर ठंडा होने की स्थिति में मापा जाता है. अगर आप लॉन्ग ड्राइव के तुरंत बाद गाड़ी में हवा चेक रहे हैं तो बेहतर होगा कि थोड़ा रुक जाएं, जिससे टायर ठंडे हो जाएं.
इसके अलावा, जब भी किसी सफर पर निकलें तो पहले टायर प्रेशर चेक करा लें.