Pearl farming: किसानो के लिए बढ़ते जमाने के साथ साथ कुछ न कुछ नया करने की सलाह दी जाती है जिससे की उनकी आय दोगुना हो जाए और उन्हे आने वाला समय के लिए किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े।
इसी को देखते हुये सरकार द्वारा भी नयी नयी योजनाओ का लाभ किसानो तक पाहुचा कर इसका फाइदा देना चाहती है , ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे है की मोती की खेती कैसे की जाती है ।
और इससे अपनी आय को दोगुना कैसे किया जाता है देखे पूरी खबर विस्तार से –
आखिर कैसे मोती की खेती से 25,000 की रकम से लाखों की कमाई की जा सकती है, और इसी कारोबार को बड़े पैमाने पर करने के लिए सरकार की तरफ से 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी मिलती है.
मोती की खेती के लिए क्या है जरूरी? (Pearl Farming)
मोती की खेती (pearl farming) के लिए जरूरत है एक तालाब की, और इसमें सीप का एक अहम रोल होता है. खेती शुरु करने से पहले सरकार द्वारा राज्य स्तर पर प्रशिक्षण भी दिया जाता है.
सरकार द्वारा नए स्टार्टअप को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें नए बिजनेस को सब्सिडी भी दी जाती है. स्टार्टअप इंडिया (Startup India) के तहत देश में स्टार्टअप्स और नये विचारों के लिए एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करना है,
जिससे देश का आर्थिक विकास हो एवं बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उत्पन्न हों.
कैसे करें बिजनेस शुरू (Pearl Farming)
मोती की खेती (pearl farming) शुरु करने से पहले किसानों को कुशल वैज्ञानिकों से ट्रेनिंग लेनी होती है. बहुत से सरकारी संस्थानों में आप फ्री में ट्रेनिंग भी ले सकते है.
प्रशिक्षण के बाद आप सरकारी संस्थान या मछुवारों से सीप खरीद सकते है. मोती की खेती (Pearl Farming) के लिए चुने गए सीपीयों को अच्छी तरह से एक जाल में बाँध दिया जाता है और इसे इसी तरीके से तालाब में डाल दिया जाता है,
ताकि वे तालाब में अपने लिए बेहतर वातावरण बना कर अच्छे मोतियों का उत्पादन कर सकें. बाद में उन्हें बाहर निकाल कर इनकी अच्छी तरह से सर्जरी की जाती है.
सांचे में कोई भी आकृति डालकर उस डिजाइन का आप मोती तैयार कर सकते हैं. डिजाइनर मोती की मांग बाज़ारों में ज्यादा है. दक्षिण भारत और बिहार के दरभंगा के सीप की क्वालिटी काफी अच्छी होती है.
जानें हर महिने कितनी होगी कमाई
बता दें कि एक सीप को तैयार करने में लगभग 25 से 35 रुपये तक का खर्च आता है, और एक सीप से 2 मोती तैयार किए जा सकते हैं.
तो वहीं एक मोती की कीमत करीब 130 रुपये तक होती है, और अच्छी क्वॉलिटी के मोती को 200 रुपये तक बेचा जा सकता है. आपको बता दें कि एक एकड़ के तालाब में करीब 25 हजार तक सीपों को डाला जा सकता है.
उदाहरण के लिए यदि आप 25000 हजार रुपये के 1000 सीप खरीदतें हैं, तो आप 1000 सीपों में से तकरीबन 1500 (जिसमें कुछ खराब ही हो सकते है) सीप पा सकते हैं. 150 औसतन किमत से आपकी मोती की कीमत 2 लाख से उपर होगी.